पीवीवीएनएल एमडी तक पहुंची शिकायत, इलाके के जेई पर कार्रवाई के आसार, हाइवे स्थित देवरथ कालोनी में बांट दिए अवैध कनेक्शन
मेरठ/ एनएच-58 बिग बाइट के सामने डूंगवारावली स्थित देवरथ कालोनी व आसपास जेई ने खेल करते हुए तमाम कायदे कानून ताक पर रखकर कनेक्शन बांट दिए। जेई Mohan Singh की यह कारगुजारी पीवीएनएल एमडी तक पहुंच गई है। आरटीआई एक्टिविस्ट पंड़ित नरेश शर्मा ने बताया कि साक्ष्यों के साथ मामले की शिकायत एमडी कार्यालय से की गयी है। उन्होंने बताया कि डूंगरावली इलाके के जेई ने आरआरडीएस में बिग बाइट होटल के सामने लगे खंबे शिफ्ट कर , वेदव्यासपुरी बिजली घर की अविद्युतीकृत कॉलोनी में अवैध रूप से कनेक्शन दे दिया। उन्होंने बताया कि डुंगरावली बिजली घर के जेई तमाम कायदे कानून ताक पर रख दिए। सारा काम सेटिंग गेटिंग से किया गया। इसी के चलते Mohan Singh ने आरडीएसएस योजना के अंतरगत डुंगरावली फीडर पर लगाए गए खंभों से वह खंबा निकालकर जो बिग बाइट होटल के ठीक सामने था, उसे बिग बाइट होटल के बराबर में शिफ्ट कर दिया जो कि पूर्ण रूप से विभाग नियमों के विपरीत है। पीवीवीएनएल प्रशासन की अनुमति के बगैर यह नहीं किया जाना चाहिए था। इसी प्रकार की कारगुजारियां दिखाने पर पूर्व में कई जेई सस्पेंड भी हो चुके हैं। मामले को एमडी तक पहुंचाने जो कि नियमानुसार एस्टिमेट बनाया जाना चाहिए था। उसके बाद एक निश्चित रकम पीवीवीएनएल के खजाने में जमा करायी जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि रकम तो ली गयी लेकिन वो पीवीवीएनएल के खजाने में जमा नहीं की गयी। एस्टिमेट बनाने के बाद ही यह खंबा यहां से शिफ्ट किया जाना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि कि इसके अलावा वेदव्यास पुरी बिजली घर के अंतरगत अविद्युतीकृत कॉलोनी में भी रिश्वत लेकर अनिल नाम के उपभोक्ता को 2 किलोवाट का अवैध कनेक्शन बिना एस्टिमेट बनाये जारी कर दिया। दोनों ही कामों से विद्युत विभाग को लाखों रुपये की वित्तीय हानि हुई है। सामाजिक कार्यकर्ता नरेश शर्मा ने एमडी ईशा दुहन को मामले की जानकारी दी है। इसके खुलासे से पीवीवीएनएल में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि जेई पर गाज तय है।
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