मेरठ में दिन की शुरूआत ट्रैफिक पुलिस की अवैध उगाही से

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मेरठ में दिन की शुरूआत ट्रैफिक पुलिस की अवैध उगाही से,
मेरठ। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भले ही दावे कुछ भी करें लेकिन कई बार फजीहत होने के बाद भी शहर में ट्रैफिक पुलिस की अवैध उगाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। अवैध उगाही कमी यदि बात करें तो कई ऐसे पाइंट जिनकी पहचान ही अवैध उगाही के लिए बन गयी है। इनमें सबसे ज्यादा बदनाम कैंट का डेयरी फार्म इलाका है।
मेरठ में ट्रैफ़िक पुलिस पर अवैध वसूली के कुछ मामले सामने आए हैं: 
  • मेरठ में ई-रिक्शा चालकों से वसूली का आरोप लगा था. ई-रिक्शा पकड़कर छोड़ने के बदले 500 रुपये मांगे जाने पर हंगामा हो गया था।
  • मेरठ के बेगमपुर चौराहे पर मेरठ कैंट विधायक ने तीन ट्रैफ़िक पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में ट्रक ड्राइवर से अवैध वसूली का आरोप लगाया था. हालांकि, ट्रैफ़िक पुलिस का कहना था कि जांच में अवैध वसूली की बात नहीं आई और ना ही जांच में शराब की पुष्टि हुई।
  • मेरठ में दो पुलिस कांस्टेबलों को ‘हनी ट्रैप’ गिरोह से जबरन वसूली मामले में कथित संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया गया था।
शहर म

का अवैध वसूली का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब शहर ही नहीं ट्रैफिक पुलिस ने जिले के बार्डर अर्थात दिल्ली रोड मोहिउद्दीनपुर के पास अपनी नजर गढ़ा दी हैं। ट्रैफिक पुलिस मोहिउद्दीनपुर में रोज भारी वाहनों और हल्के वाहनों की चेकिंग कर चालानी कार्रवाई करती है, लेकिन चेकिंग के नाम पर पुलिस वाहन चालकों से अवैध वसूली करने में भी पीछे नहीं दिखाई देती। चौपहिया वाहनों और भारी वाहनों को रोककर ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग लगातार जारी है।

परतापुर थाना क्षेत्र का मोहिउद्दीनपुर एक क्षेत्र है जो गाजियाबाद जिले के बार्डर को जोड़ता है। दिल्ली रोड पर प्रतिदिन हजारों भारी हल्के व दुपहिया वाहन गुजरते हैं। दिन रात चलने वाली दिल्ली रोड की बात करें तो ट्रैफिक पुलिस मोहिउद्दीनपुर क्षेत्र को अवैध वसूली के लिए सबसे सुरक्षित स्थान मानती है। यहां ट्रैफिक पुलिस का एक एसआई और कुछ सिपाही सुबह सात बजे चेकिंग करने में जुट जाते हैं।

भारी वाहनों से लेकर हल्के वाहनों व दुपहिया वाहनों के कागजात और ड्राइविंग लाइसेंस, सीट बेल्ट का हवाला देकर ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों से नित्य वसूली करते देखी जा सकती है। अवैध वसूली के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाला मोहिउद्दीनपुर क्षेत्र ट्रैफिक पुलिस के लिए खास चेकिंग प्वाइंट बनता जा रहा है। गैर जिलों की गाड़ियों को देखकर पुलिसकर्मी तुरंत उनकी तरफ लपकते हैं।

रोककर उनके कागजात व सीट बेल्ट न लगी होने पर नीचे उतार लेते हैं। वहीं, भारी वाहनों के चालकों से भी कागजात न दिखाने और नियम विरुद्ध गाड़ियों में सामान लादने पर उन पर कार्रवाई का भय दिखाकर वसूली करते हैं। ट्रैफिक पुलिस की अवैध वसूली के चलते कुछ वाहन चालक विवश होकर ग्रामीण क्षेत्र के भीतरी सीमा से होकर गुजर जाते हैं।

लग हिस्सों में वाहनों की चेकिंग और ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खड़ी ट्रैफिक पुलिस की अवैध वसूली अभी भी बदस्तूर जारी है। ट्रैफिक एसआई से लेकर हेडकांस्टेबल और कांस्टेबल व ट्रैफिक होमगार्ड शहर में चेकिंग प्वाइंट पर खड़े होकर सुबह से ही दुपहिया वाहनों और चौपहिया वाहनों को चेक करने में जुट जाते हैं।

ऐसे होती है वसूली

दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट न लगाने और वाहन की आरसी न दिखाने तथा नंबर प्लेट पर आढ़े तिरछे नंबर लिखे जाने या तीन सवारी होने पर ट्रैफिक पुलिस के होमगार्ड उन्हें बीच सड़क पर आगे आकर हाथ देकर रोक लेते हैं। वाहन चालक को ट्रैफिक कांस्टेबल के पास ले जाता है। कांस्टेबल वाहन चालक से कागजात से लेकर ट्रैफिक नियमों की अवहेलना का हवाला देकर उनका पांच सौ रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक का चालान करने की चेतावनी देता है।

इसी साल जाडों में

मेरठ। जीरो माइल पर मंगलवार रात नो एंट्री में घुसे ट्रक चालक से 5000 रुपये की रिश्वत मांग रहे तीन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने मौके पर पकड़ लिया। एक पुलिसकर्मी एक वर्दी में था जबकि एक होमगार्ड और एक पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में थे। पूछताछ के दौरान सिपाही और होमगार्ड बुलट बाइक मौके पर छोड़कर फरार हो गए। विधायक ने एसपी ट्रैफिक को फोन पर सारी बात बताई तो उन्होंने टीआई को मौके पर भेजा। इसके बाद बुलेट जब्त कर सिपाही को मेडिकल के लिए भेज दिया गया। कैंट विधायक अमित अग्रवाल मंगलवार रात चौराहों के सुंदरीकरण का निरीक्षण करने निकले थे। करीब 10 बजे वह जीरो माइल चौराहे पर पहुंचे तो एक ट्रक को ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने रोक रखा था, जिससे जाम लग गया था। विधायक की गाड़ी भी जाम में फंस गई। विधायक को पुलिसकर्मियों की गतिविधि संदिग्ध लगी तो उन्होंने ट्रक चालक से पूछताछ की। ट्रक चालक ने बताया कि नशे में धुत पुलिसकर्मी नो एंट्री में प्रवेश करने पर 5000 रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे। विधायक ने सारी जानकारी एसपी ट्रैफिक खुद ही फोन करके दी, जिस पर एसपी ट्रैफिक ने टीआई को मौके पर भेजा। इस बीच विधायक ने पुलिसकर्मियों से पूछताछ की तो सिपाही दीपक और होमगार्ड मोनू बुलट बाइक मौके पर छोड़कर भाग निकले जबकि सिपाही अंकित राणा को मौके पर पहुंची पुलिस ने पकड़ लिया। उसे मेडिकल के लिए भेज दिया गया और बुलट भी थाने भिजवा दी गई।

दिल्ली, हरियाणा के ट्रकों से होती है अवैध वसूली
बताया जा रहा है कि रोज इसी तरह वसूली वाहनों से की जाती है। दिल्ली और हरियाणा के ट्रक ट्रैफिक पुलिस के निशाने पर रहते हैं। नियम तोड़ने वालों का चालान काटने की बजाय ट्रैफिक पुलिसकर्मी उनसे अवैध वसूली करते हैं।सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
विधायक का कहना है कि अगर ट्रक नो एंट्री में समय से पहले घुस गया तो पुलिसकर्मियों को उसका चालान करना चाहिए था। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

मेरठ में ट्रैफिक पुलिस द्वारा हो रही है अवैध उगाही, नीचे से लेकर ऊपर एसपी ट्रैफिक तक जाता है कमीशन। ग्रामीण अंचल से आने वाले लोगों के साथ होती है ट्रैफिक नियमों के नाम पर लूट, जल्द “आम आदमी पार्टी” करेगी इस पर बड़ा आंदोलन।

30 जनवरी 2021

संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता के साथ ट्रैफिक पुलिस सिपाही द्वारा की गई अभद्रता को लेकर शुक्रवार को शास्त्री नगर जागृति विहार संयुक्त व्यापार संघ की आपात बैठक शास्त्रीनगर में हुई। संरक्षक सतीश गर्ग की अध्यक्षता में व्यापारियों ने घटना की निंदा की। वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय गांधी ने कहा कि शहर में अगर अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार हो सकता है तो आम व्यापारी पूरी तरह असुरक्षित है। ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था बनाने से ज्यादा वसूली में लगी रहती है। कमाई बाधित होने पर ऐसी घटनाएं आम हो जाती हैं। महामंत्री जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि प्रशासन से सिपाही को बर्खास्त किए जाने की मांग की गई है। दोबारा इस तरह का मामला सामने आया तो व्यापारी बाजारों को बंद करने के लिए मजबूर होंगे।संरक्षक वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि शहर में बच्चा पार्क, रेलवे रोड, बेगमपुल और अब छावनी में भी कुछ ऐसे स्थान हैं जहां ट्रैफिक पुलिस मनमानी पर उतारू है। चालान का भय दिखाकर खुलेआम वसूली हो रही है। बैठक में उपाध्यक्ष तपन गोयल, विपिन त्यागी व अतुल अग्रवाल, मंत्री अशोक सोम, सुमित रस्तोगी, नवल किशोर रोहिल्ला, देवेंद्र गुप्ता, सुनील चौधरी, मनोज गौर, संजीव मिश्रा आदि मौजूद रहे।

पुलिस की मनमानी की वकीलों ने की निंदा
जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री आनंद कश्यप और अधिवक्ताओं ने ट्रैफिक पुलिस की मनमानी की निंदा की। कचहरी में हुई बैठक में आनंद कश्यप ने कहा कि संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता के साथ अभद्रता का यह पहला मामला नहीं है। लॉकडाउन में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही है। इस दौरान सतेंद्र कुमार, अनुज कुमार, प्रवीण मोटला मौजूद रहे। वहीं हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने भी घटना पर रोष जताया। महानगर अध्यक्ष अंकित शर्मा ने दोषी सिपाही पर सिर्फ लाइन हाजिर की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया। अंकित शर्मा ने कहा कि शहर के सम्मानित व्यक्तियों से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने एसपी ट्रैफिक से सिपाही को निलंबित करने की मांग की।

अभद्रता करने वाला सिपाही लाइन हाजिर
मेरठ। संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता से अभद्रता करने वाले ट्रैफिक सिपाही पंकज कुमार को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया। उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारियों की शिकायत पर एसएसपी अजय साहनी ने एसपी सिटी को जांच सौंपी थी। शुक्रवार को एसपी सिटी ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह ने बताया कि व्यापारी नेता से अभद्रता करने का वीडियो भी व्यापारियों ने मुहैया कराया था। जांच में सिपाही दोषी माना गया है। सिपाही के साथ साथी पुलिसकर्मियों की भी जांच हो रही है। चौराहे पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए है कि किसी व्यक्ति, जनप्रतिनिधि या व्यापारी नेताओं के साथ गलत व्यवहार न करें। ब्यूरो


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