नवरात्र व रामनवनी की शोभायात्रा पर डीआईजी के कड़ी सतर्कता की हिदायत
तीस मेले, 90 शोभायात्रा व पूजा, अर्चना और भंडार के 19 कार्यक्रम का होगा आयोजन
सभी जनपदों में पुलिस अफसरों को शांति समिति व कार्यक्रम आयोजकों के साथ बैठक के निर्देश
कार्यक्रमों के मद्देनजर एसपी, एएसपी/सीओ, थानेदार, चौकी इंचार्ज, बीट कांस्टेबल आदि की जिम्मेदारी तय
मेरठ। मेरठ सहित रेंज के चारों जनपदों में नवरात्र व रामनवमी के मद्दे नजर डीआईजी कलानिधि नैथानी के निर्देश के बाद पुलिस फोर्स हाईअलर्ट पर है। इन कार्यक्रमों की यदि बात करें तो रेंज में कुल 117 ऐसे स्थान हैं जो संवेदनशील या फिर अति संवेदनशील की श्रेणी में शुमार किए जाते हैं। आगामी हिन्दू त्यौहारी कार्यक्रम को देखते हुए डीआईजी नैथानी ने शनिवार को तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि 30 मार्च से नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं। 5 अप्रैल को दुर्गा अष्टमी व 6 अप्रैल को रामनवमी पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान मंदिरों व पंडालों आदि में पूजा अर्चना की जाती है तथा राम नवमी पर भारी संख्या में शोभायात्रा व मेलों का आयोजन किया जाता है। इसी के मद्देनजर रेंज में पुलिस हाईअलर्ट पर है। आगामी त्यौहार नवरात्र व राम नवमी को सकुशल सम्पन्न कराने के सम्बन्ध मे डीआईजी रेंज बेहद जरूरी हिदायत व निर्देश दिए गए हैं।
चैत्र नवरात्री/ रामनवमी के अवसर पर परिक्षेत्र के जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत व हापुड में 90 शोभायात्रा, 30 मेले व 17 अन्य कार्यक्रम(पूजा अर्चना, भण्डारा आदि) होना प्रस्तावित है। शोभायात्रा के मार्ग में पडने वाले 117 स्थानो को संवेदनशील/ हॉटस्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है। रेंज के मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत व हापुड में 90 शोभायात्रा, 30 मेले व 17 अन्य कार्यक्रम(पूजा अर्चना, भण्डारा आदि) होना प्रस्तावित है। शोभायात्रा के मार्ग में पडने वाले 117 स्थानो को संवेदनशील/ हॉटस्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है। रेंज में मेरठ में 16 शोभायात्रा 06 मेले, बुलन्दशहर में 38 शोभायात्रा 13 मेले, बागपत में 02 शोभायात्रा 04 मेले एवं हापुड में 34 शोभायात्रा 07 मेले आयोजित होंगे। त्यौहार को सकुशल संपन्न कराये जाने हेतु परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी/ धर्मगुरु/ शांति समिति/ संभ्रान्त व्यक्तियो के साथ 126 अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थ्य, विद्युत आदि के साथ 105 एवं आयोजको/ संयोजको के साथ 114 गोष्ठीयाँ आयोजित कर ली गई है। रेंज में कुल 101 स्थानो को संवेदनशील/ हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसके सुरक्षार्थ कानून व्यवस्था के दृष्टिगत कुल 23 जोन, 79 सैक्टर एवं 56 क्यूआरटी बनाई गई है। एलआईयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) के अतिरिक्त स्थानीय पुलिस के साथ-साथ अन्य स्रोतों से भी अभिसूचना एकत्र करायी जाये तथा लाभप्रद सूचनाओं पर तत्परतापूर्वक प्रभावी कार्यवाही कराना सुनिश्चित किया जाए। अफवाहों के फैलाने/सोशल मीडिया/इन्टरनेट पोस्ट पर देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालो पर पैनी नजर रखी जाए। मेरठ सहित रेंज के सभी जनपदाें में समस्त जनपदों में पोस्टर पार्टी का गठन कर प्रातःकाल समस्त धार्मिक स्थलों की नियमित चेकिंग सुनिश्चित की जाये । किसी भी प्रकार की अप्रिय घटनाओं को रोकने हेतु प्रमुख मन्दिरों/दुर्गा पूजा पण्डालों/मेलो को आने एवं जाने वाले मार्गों पर प्रभावी पैदल गश्त/पिकेट/मोबाईल की व्यवस्था की जाए ।
डीआईजी की अन्य हिदायतें
-शोभायात्राओं के मार्ग में ढीले/टूटे हुए बिजली के तारों से वाहन/डीजे के छू जाने से दुर्घटना घटित न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए ।दूसरे सम्प्रदाय के धार्मिक स्थलों/आयोजनों के पास लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रो को लेकर आयोजकों से पूर्व में ही वार्ता कर ली जाए । असामाजिक तत्वों/अराजक तत्वों/कट्टर पंथियों द्वारा समाज विरोधी क्रियाकलाप करने वालो पर कड़ी कार्यवाही अमल मे लायी जाए। त्यौहार के सम्बन्ध में यदि कोई विवाद प्रकाश में आया हो तो त्यौहार के पूर्व थाना प्रभारी/ क्षेत्राधिकारी/ एएसपी व एसएसपी स्वयं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उन स्थानों का भ्रमण कर दोनों पक्षों के विवाद का समाधान करा लिया जाए।यदि किसी विवाद का समाधान नहीं होता है तो उस प्रकरण में प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। जुलूसों/शोभायात्राओं के दौरान यातायात व्यवस्था किसी भी दशा में प्रभावित न होने देने को ट्रैफिक प्लान बनाएं।शोभायात्रा के कारण रूट डायवर्जन किया जाता है तो त्यौहार से पूर्व ही वैकल्पिक मार्गो का निरीक्षण कर लिया जाये, ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो सके। जिन रास्तों से शोभायात्रा निकाली जाए वहां चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी की निगरानी जरूर हो।
होल्ड एरिया बनाया जाए
डीआईजी नैथानी ने कहा है कि जिन मन्दिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होती है, वहां भीड़ को नियंत्रण हेतु बैरीकेडिंग की व्यवस्था की जाए। प्रमुख मन्दिरों/पण्डालों के आयोजन स्थलों के आस-पास मांस एवं शराब की दुकानों को चिन्हित कर उनके सम्बन्ध में समीक्षा कर ली जाए और श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत न होने देने के उद्देश्य से नवरात्रि की अवधि में उनको बन्द रखने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी के साथ विचार-विमर्श कर लिया जाए।तिसंवेदनशील/संवेदनशील/मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पिकेट्स/पैट्रोलिंग की व्यवस्था की जाये। इन क्षेत्रों में पुलिस की लगातार उपस्थिति बनाये रखी जाये। साथ ही जनपद/ सर्किल मुख्यालय पर रिजर्व की व्यवस्था रखी जाये ताकि किसी भी घटना की सूचना मिलते ही यहां पुलिस बल भेजने में विलम्ब न हो सके। यदि अतिरिक्त होमगार्ड की आवश्यकता हो तो अपने जिलाधिकारी के माध्यम से पत्राचार कर प्राप्त कर लिया जाए।