ACMO भाकियू नेताओं से मिले, रोहटा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रोहटा जनपद मेरठ की भाकियू कार्यकर्ताओं द्वारा मंगलवार को की गई शिकायत के मामले की बुधवार को सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी जांच को मौके पर पहुंचे। वही शिकायतकर्ता व भाकियू के कार्यकर्ता भी मौके पर जहां उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पर मोटी रकम लेकर नौकरी न देने चिकित्सा सेवाओं के नाम पर खानापूर्ति करने सहित तमाम गंभीर आरोप लगाए।
दरअसल क्षेत्र के अरुण,संजय कुमार,तालिब,अलका व धीरज वर्मा आदि ने कुछ दिन पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए आरोप लगाया था कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रोहटा डॉक्टर अमर सिंह,अकाउंटेंट पिंकी और बृजेश ने नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 50-,50 हजार रुपए की ठगी कर ली है। और उन्हें नौकरी देने के नाम पर अब चक्कर कटवाया जा रहा है। इसी मामले की जांच के लिए बुधवार को सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कांति प्रसाद मौके पर पहुंचे। आरोप है कि जांचकर्ता उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शिकायतकर्ता को ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के सामने बुलाया और जांच शुरू करते हुए उनसे ही पूछ लिया कि तुम्हें क्या परेशानी है,क्या शिकायत है बताओ। इसे लेकर शिकायतकर्ता उखड़ गए और उन्होंने जांचकर्ता पर भी आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर कुछ किसान नेता भी पहुंच गए। जिनमें दुष्यंत रोहटा,राजकुमार करनावल, प्रशांत सकोती, महबूब सोलाना व मोनू ढिंढाला आदि मौके पर पहुंच गए और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पर खुलकर आरोप लगाए कि उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र को शराब का अड्डा बनाने के साथ अय्याशी का अड्डा बना दिया है। तथा इलाज के नाम पर लोगों को टरकाया जाता है। नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि सीएचसी से सरकारी दवाई मेडिकल स्टोर तक पर बेचने के लिए भेजा जाता है,तथा स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और कुछ अपने चहेते कर्मचारियों के सही समय पर नहीं आने के बाद भी उनके खिलाफ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते हैं और यहां मरीज परेशान भटकते रहते हैं। इस मामले को लेकर किसान नेताओं ने जांच अधिकारी से पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की बात कही है, वहीं दूसरी और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.अमर सिंह का कहना है कि नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। मामले की जांच की जा रही है। इसमें कुछ लोग साजिशन ये मन घडन्त और झूठे आरोप लगा विभाग को बदनाम करने पर आमादा है। जिसमे कुछ कर्मचारी भी संलिप्त है।