NO Entry-फिर भी ई रिक्शा की एंट्री
खुद बनाया-खुद ही बिगाड़ने पर उतारू है ट्रेफिक स्टाफ
मेरठ। बेतरकीब यातयात और जाम के लिए बदनाम पुराने शहर के घनी आबादी वाले हापुड़ स्टैंड चौराहे को जाम से निजात के नाम पर जो व्यवस्था लागू की थी एक माह बाद यह व्यवस्था पटरी से उतरी नजर आ रही है। हापुड़ स्टैंड चौराहे पर यातयात के नाम पर जो मुसीबत खड़ी होती थी उसके लिए अवैध रूप से चल रही ई रिक्शाओं को जिम्मेदार माना गया था। एसपी ट्रेफिक ने चार्ज लेने के बाद हापुड़ स्टैंड चौराहे को जाम से मुक्त करने का बीड़ा उठाया था। इसके लिए उन्होंने कुछ इंतजाम भी किए थे। इनमें सबसे खास इंतजाम हापुड़ स्टैंड चौराहे से चारों ओर पांच सौ किलोमीटर के दायरे को ई रिक्शा फ्री जोन घोषित कर दिया गया था। यह व्यवस्था करीब दो माह पहले लागू की गयी थी। दस पंद्रह दिन तक तो वो व्यवस्था नजर आयी, लेकिन बाद में पहले से भी बुरे हालात बन गए। हुआ यह कि जो व्यवस्था एसपी ट्रेफिक ने लागू की थी, उसको कायम नहीं रखा जा सका। एसपी केवल व्यवस्था बना सकते हैं उसको लागू करने के आदेश दे सकते हैं अब एक आईपीएस अफसर खुद तो चौराहे पर खड़े होकर ई रिक्शाओं या अन्य ऐसे ही वाहनाें को खदेड़ने से रहे। हुआ यह कि जिनको यह जिम्मेदारी सौंपी गयी उन्होंने इस जिम्मेदारी को भुला दिया नतीजा यह हुआ कि हापुड़ स्टैंड चौराहा ई रिक्शा मुक्त बनाए जाने के बाद जो वाहवाही लूटी थी, हालात बेकाबू होने के बाद उसी को लेकर आलोचना होने लगी।
दोबारा ई रिक्शा फ्री जोन
हापुड़ स्टैंड पर लगाने वाले जाम को लेकर जब मीडिया में सुर्खियां बनने लगीं तो एक बार फिर से हापुड़ स्टैंड चौराहे को ई रिक्शा फ्री जान घोषित कर दिया गया। वहां इस बार ज्यादा सख्ती नजर आयी। हापुड़ स्टैंड का चौराहा फिर से खुला-खुला नजर आने लगा। लोगों ने भी राहत की सांस ली। केवल हापुड़ स्टैंड ही नहीं यह व्यवस्था बेगमपुल चौराहे के लिए भी लागू की गयी। यह बात अलग है कि बेगमपुल चौराहे को ई रिक्शा मुक्त कराना आसपास की आबादी जिनमें सोतीगंज, सदर गंज बाजार, सदर कबाडी बाजार, आबूलेन, बोम्बे बाजार, बेगमबाग, तिलक रोड, थापर नगर के लिए बड़ी मुसीबत बन गया। मुसीबत भी ऐसी कि सदर के व्यापारियों की नाराजगी के चलते एसपी ट्रेफिक को वहां मौके पर जाकर हालात समझने पडे़। उसके बाद अच्छी बात यह रही कि सोतीगंज का कट खोलने सरीखी रियायत दे दी गयी। इससे कुछ राहत उन वाहन चालकों को मिली जिनके लिए कट बंद करने के बाद मुसीबत खड़ी हो गयी
थी।
बिगड़ रहे हैं हालात
लेकिन यहां बात अब केवल हापुड़ स्टैंड चौराहे की। यूं कहने को भले ही इसको ई रिक्शा फ्री जोन घोषित कर दिया हो, लेकिन रविवार की दोपहर को यहां ई रिक्शा फ्री जोन से होकर ही ई रिक्शा आते आते जाते देखे गए। व्यवस्था को बनाए रखने के लिए होमगार्ड के जिन जवानों की डयूटी लगायी गई थी वो बजाए जिम्मेदारी संभालने के धूप व गर्मी से बेहाल होकर एक ओर नजर आए। उसी का फायदा ई रिक्शा वालों ने उठाया और नो एंट्री में दाखिल हो गए।