चार धाम में अब तक पचास मौत

चार धाम में अब तक पचास मौत
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चार धाम में अब तक पचास मौत, साल भर तीर्थ यात्री जिस चार धाम यात्रा का इंतजार करते हैं वो चार धाम यात्रा इस बार अब तक पचास तीर्थ यात्रियों की जान ले चुकी है। परिजनों को समझ नहीं आ रहा है कि वो क्या करें ऐसा क्या हुआ क्या लापरवाही बरती गयी जो मौत ने झपट्टा मार दिया। यदि लापरवाही हुई तो उसके लिए जिम्मेदार किसको मानें। वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि उत्तराखंड में लगभग एक पखवाड़े पहले 10 मई को चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 50 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. संवाददाता सम्मेलन में गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा, ‘अब तक 52 चारधाम तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जिनमें से ज्यादातर दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई हैं. उनमें से अधिकांश 60 वर्ष से ऊपर के थे.’ उन्होंने कहा, ‘गंगोत्री में तीन, यमुनोत्री में 12, बद्रीनाथ में 14 और केदारनाथ में 23 श्रद्धालुओं की मौत हो गई.’ बताया गया है कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी गई है. उन्होंने कहा कि हिमालयी मंदिरों के रास्ते में स्क्रीनिंग की जा रही है और तीर्थयात्रियों को सलाह दी जा रही है कि अगर वे मेडिकल तौर पर फिट नहीं पाए जाते हैं तो यात्रा न करें. हालांकि, यदि वे फिर भी यात्रा जारी रखने की जिद करते हैं, तो उन्हें एक फॉर्म भरने के बाद आगे जाने की अनुमति दी जाती है.  उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और अब तक नौ लाख 67 हजार 302 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. पांडे ने कहा कि चारों धामों पर यात्रा सुचारु रूप से चल रही है. बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर आए केरल के एक 63 वर्षीय श्रद्धालु की गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. उसी दिन हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए पंजाब के लुधियाना निवासी जसविंद्र सिंह (60) का भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, केदारनाथ में बीते 10 वर्ष में 350 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसका प्रमुख कारण सीने में दर्द, बेचैनी और दिल का दौरा पड़ना रहा है. अधिकारियों ने बताया था कि चारधाम यात्रा के लिए 22 मई तक कुल 31,18,926 लोगों ने पंजीकरण किया था. भारी भीड़ को देखते हुए चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को चारधाम मंदिरों, यात्रा मार्गों और पड़ाव स्थलों पर तीर्थयात्रियों की दैनिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजने का निर्देश दिया है.

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