कौन है इनकी मौत का जिम्मेदार, पीवीवीएनल के जनपद बागपत में आज सुबह शट डाउन लेकर लाइन पर काम कर रहे संविदा के दो कर्मचारियों की मौत हो गयी। बताया जाता है कि शटडाउन लेकर काम करने को गए इन दोनों कर्मचारियों ने कहा था कि जब वो काल कर ना बताए तब तक लाइन का चालू ना किया जाए। आरोप है कि इसके बाद भी बिजलीघर के एसएसओ ने बगैर पूर्व सूचना दिए या संविदा कर्मचारियों जो लाइन पर काम कर रहे थे उनकी काल का इंतजार किए लाइन चालू कर दी। इससे संविदना कर्मचारियों में जबरदस्त नाराजगी है। उनका कहना है कि यह एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या है। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। लेकिन उससे भी बडा सवाल कि इन दोनों संविदा कर्मचारियों की मौत के बाद अब इनके परिवार का क्या होगा। क्यों की ऐसे हादसों का शिकार होने वाले संविदा कर्मचारियों को तो उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है। उनके लिए पीवीवीएनएल प्रशासन या फिर ठेकेदार की ओर से कोई इंतजाम ही नहीं किया गया है ताकि मौत के बाद परिवार को भीख मांगकर गुजारा ना करना पड़े। यह इकलौता या पहला वाक्या नहीं है जब किसी संविदा कर्मचारी की आन डयूटी मौत हुई है, इससे पहले भी मेरठ समेत पूरे पश्चिमांचल में इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन सिस्टम चलाने वाले लगता है कि संवेनहीन हो गए हैं। कुछ भी हो लेकिन इस घटना के बाद संविदा कर्मचारियों में जबरदस्त नाराजगी है।
हस्तिनापुर में भी हादसा
हस्तिनापुर कुम्हेड़ा बिजलीघर में हुआ है भयानक एक्सीडेंट 11 केवीए की लाइन से। वहां पर लाइन पर संविदा कर्मचारी काम कर रहा था। उसने शट हाउन लिया था। लेकिन बगैर किसी सूचना के बिजली घर के एसएसओ ने लाइन चालू कर दी नतीजा सबके सामने था। लाइन पर काम कर रहा संविदा कर्मचरी बुरी तरह से झुलस गया। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।