अध्यक्ष फाइनल होते ही टीचरों की भर्ती, मेरठ। शिक्षा सेवा चयन आयोग में स्थायी अध्यक्ष का नाम फाइनल होते ही टीचरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि अगले माह टीचर की नौकरी की बाट जो रहे युवाओं को शायद अच्छी खबर मिल जाए। सूत्रों का कहना है कि दरअसल योगी सरकार साल 2027 में प्रस्तावित उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को देखते हुए रोजगार के मुद्दे पर अपना रिपोर्ट कार्ड ठीक कर लेना चाहती है। माना जा रहा है कि इसी के चलते यूपी में केवल शिक्षा विभाग ही नहीं तमाम विभागों में भर्ती का मौसम चल रहा है। हालांकि विपक्षी आशंका जता रहे हैं कि इंटरव्यू तक तो सब ठीक रहेगा लेकिन बात तो तब है कि जब ज्वाइनिंग भी हो जाए। वहीं दूसरी ओर मान जा रहा है कि सितंबर में शिक्षक के हजारों पदों पर भर्ती के रास्ते खुल जाएंगे। इस माह के अंत या सितंबर के पहले सप्ताह तक उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को नए स्थायी अध्यक्ष मिलने की उम्मीद है। वहीं, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए भी शासन स्तर पर लंबित प्रस्ताव को मजूरी मिलने के आसार हैं। शिक्षा सेवा चयन आयोग में स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और 25 अगस्त को इंटरव्यू प्रस्तावित है। आयोग के सूत्रों का कहना है कि साक्षात्कार पूरा होने के सप्ताह भर के भीतर नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जा सकती है। वैसे भी आयोग से जुड़ी भर्तियों को शुरू करने में काफी विलंब हो चुका है। ऐसे में नए अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द से जल्द किए जाने की कोशिश है। स्थायी अध्यक्ष के न होने के कारण दो साल से अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी/पीजीटी के 4163 पदों और अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए लंबित परीक्षा पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद भर्ती परीक्षाओं की तिथियां घोषित होने के साथ ही नई भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।