आईडी गौतम का सोसाइटी को आइना, कांग्रेस के बड़े दलित चेहरा और दलित चिंतक सीनियर अधिवक्ता आईडी गौतम ने समाज के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि समाज नहीं जगा तो हालात बेकाबू होंगे. इस संवाददाता से औपचारिक बातचीत में आईडी गौतम ने तमाम मुददे जो आम जनता से जुड़े और आम जनता की जिन के प्रति सीधी जिम्मेदारी है ऐसे तमाम मुददों पर खुलकर अपनी राय रखी. उन्होंने जोर देकर कहा कि वक्त आ गया है कि सिस्टम का बड़ा इलाज या कहें आपरेशन किए जाने की जरूरत है. आईडी गौतम बताते हैं कि नेता चाहे तो दो सीट से एक साथ चुनाव लड़ सकता है ! लेकिन…. आप दो जगहों पर वोट नहीं डाल सकते, आप जेल मे बंद हो तो वोट नहीं डाल सकते..लेकिन… नेता जेल मे रहते हुए चुनाव लड सकता है. आप कभी जेल गये थे, तो अब आपको जिंदगी भर कोई सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी, लेकिन……नेता चाहे जितनी बार भी हत्या या बलात्कार के मामले म जेल गया हो, फिर भी वो प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति जो चाहे बन सकता है, बैंक में मामूली नौकरी पाने के लिये आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है.. लेकिन, नेता अंगूठा छाप हो तो भी भारत का फायनेन्स मिनिस्टर बन सकता है… आपको सेना में एक मामूली सिपाही की नौकरी पाने के लिये डिग्री के साथ 10 किलोमीटर दौड़ कर भी दिखाना होगा, लेकिन….नेता यदि अनपढ़-गंवार और लूला-लंगड़ा है… तो भी वह आर्मी, नेवी और ऐयर फोर्स का चीफ यानि डिफेन्स मिनिस्टर बन सकता है और जिसके पूरे खानदान में आज तक कोई स्कूल नहीं गया.. वो नेता देश का शिक्षामंत्री बन सकता है… और…जिस नेता पर हजारों केस चल रहे हों… वो नेता पुलिस डिपार्टमेंट का चीफ यानि कि गृह मंत्री बन सकता है……यदि आपको लगता है की इस सिस्टम को बदल देना चाहिये….नेता और जनता, दोनो के लिये एक ही कानून होना चाहिये…..सरकारी कर्मचारी 30 से 35 वर्ष की संतोष जनक सेवा करने के उपरांत भी पेशन का हकदार नहीं ? जब कि मात्र 5 वर्ष के लिए विधायक / सांसद को पेंशन यह कहाँ का न्याय है…?