हे राम! कैसी दी है संतानE
मेरठ/कैंसर से तिल-तिल मर रही मां को बजाए अस्पताल में डाक्टर के पास ले जाने के लोभी कलयुगी उसका बेटा करोड़ों रुपए कीमत की प्रोपर्टी अपने नाम कराने को रजिस्ट्रार आफिस लेकर आ गया। इतना ही नहीं वहां प्रोपर्टी अपने नाम कराने के सारी कागजी खानापूर्ति भी उसने कर ली थी, लेकिन किसी ने खबर कर दी और तभी उसका भाई भी वहां आ पहुंचा। जमकर हंगामा और जग हंसाई के साथ बदनामी भी हुई। आफिस में हंंगामे के बाद रजिस्ट्री आॅफिस में बैठे अफसर ने भी हालात की नजाकत को देखते हुए रजिस्ट्री की तमाम कार्रवाई होल्ड पर करी दी और मर रही मां को लेकर आए उसके बेटे को पहले मां का इलाज कराने की नसीहत देकर उल्टे पांव लौटा दिया।
प्रॉपर्टी विवाद को लेकर दो सगे भाइयों में रजिस्ट्री कार्यालय में मारपीट हो गई। इस दौरान एक ऐसा मामला सामने आया जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया क्या दूनिया में ऐसी भी औलात होती है जो कैंसर से बीमार तिल-तिल मर रही अपनी मां को बजाए अस्पताल ले जाने के रजिस्ट्री कार्यालय लेकर पहुंच जाए क्योंकि ऐसी कलयुगी संतान को पहले मां नहीं बल्कि प्रोपर्टी चाहिए।
जमकर हुआ हंगामा-मंसूबे पर फिरा पानी
रजिस्ट्री कार्यालय पर एक युवक अपनी मां को एंबुलेंस में लेकर पहुंचा। अभी लिखा पढ़ी चल ही रही थी कि अचानक तभी पीछे से छोटा भाई भी वहां आ धमका और बवाल कर दिया। फैमली ड्रामा शुरू हो गया। । वहीं हंगामा होने पर रजिस्ट्री रुक गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग महिला को अस्पताल में भर्ती कराया। 280 गज का प्लॉट कराना था नाम
ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर निवासी चंद्रप्रभा(74) के दो बेटे संजीव और राजीव हैं। चंद्रप्रभा ने 280 गज का प्लाट राजीव के बेटे यानी पोते के नाम कर दिया था। अब संजीव अपनी मां चंद्रप्रभा के नाम प्लॉट को अपने नाम करने चाहता था जिसके लिए वह अपनी बीमार मां को लेकर अस्पताल ले जाने से पहले रजिस्ट्री कार्यालय लेकर पहुंच गया।
इसकी जानकारी लगने पर चंद्रप्रभा का दूसरा बेटा राजीव भी अपनी पत्नी के साथ वहां पहुंच गया। दोनों भाइयों में हंगामा हो गया। मारपीट हो गई पुलिस मौके पहुंची महिला को एंबुलेंस से अस्पताल भर्ती कराया गया।
वर्जन
दो भाइयों के बीच परिवार का विवाद है। किसी ने कोई तहरीर नहीं दी है। पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यदि तहरीर आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। आयुष विक्रम सिंह एसपी सिटी