मेरठ नेचर फेस्टिवल’ का आयोजन,
MEERUY/वन विभाग तथा जिला गंगा समिति मेरठ द्वारा जनपद मेरठ में पहली बार एक नई पहल करते हुए रघुनाथ कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ’मेरठ नेचर फेस्टिवल’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेश कुमार डीएफओ मेरठ रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद में ऐसे छात्र-छात्राएं जो अपना कैरियर वन्य एवं वन्य जीव क्षेत्र, पर्यावरणीय क्षेत्र,वाइल्डलाइफ क्षेत्र आदि में बनाना चाहते हैं और इस क्षेत्र के विषय में उनके जो सवाल हैं उनके उनको सही जवाब मिले रहा। इस फेस्टिवल में एनएएस कॉलेज,जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत ,चौधरी शिवनाथ सिंह शांडिल्य पीजी कॉलेज माछरा, राजकीय कन्या कॉलेज खरखोदा दीवान इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट मेरठ, आरजीपीजी कॉलेज तथा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया प्कार्यक्रम का संयोजन तुषार गुप्ता जिला परियोजना अधिकारी (नमामि गंगे )द्वारा किया गया।कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों के माध्यम से पक्षी विज्ञान,गंगा की जैव विविधता , वन्य जीवन तथा वन्य क्षेत्र में कार्य कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारी के जीवन के विषय पर छात्र-छात्राओं को जानकारी प्रदान की गई तथा उनके साथ संवाद के माध्यम से प्रश्नों का उत्तर भी दिया गया। मुंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी से वरिष्ठ पक्षी विशेषज्ञ रजत भार्गव द्वारा विभिन्न पक्षियों की प्रजातियां वेटलैंड एवं इस क्षेत्र में युवाओं को कैरियर बनाने की किस प्रकार मौके मिल सकते हैं के विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। विश्व प्रकृति निधि के डॉक्टर अमान एवं डॉ हरिमोहन मीणा द्वारा डॉल्फिन कछुआ एवं घड़ियाल और मगरमच्छ में बोल दिया के विषय पर जानकारी प्रदान की गई और युवाओं को मनुष्य के क्षेत्र तथा इस क्षेत्र में आगे किस तरीके से जुड़कर अपना कैरियर बना सकते हैं के बारे में बताया और उनके सवालों को लेकर जवाब भी दिए। वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट राकेश कुमार सिंह द्वारा वन्य जीव संरक्षण और इस क्षेत्र में अपार संभावनाओं के विषय में युवाओं को अवगत कराया। डीएफओ मेरठ राजेश कुमार ने बताया कि किस प्रकार फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचारी और अधिकारियों के द्वारा नए-नए चुनौतियों का सामना किया जाता है और हमारे जंगलों की रक्षा की जाती है उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में बहुत संयम के साथ कार्य करना पड़ता है तथा एक जुनून लेकर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है, आगे उन्होंने कहा कि कोई भी लक्ष्य इतना कठिन नहीं कि उसको प्राप्त न किया जा सके बस केवल सही दिशा मिलना जरूरी है। आगे उन्होंने बताया कि आईएफएस अधिकारी किस प्रकार बना जा सकता है और उसके लिए क्या-क्या युवाओं को कदम उठाने चाहिए इस क्षेत्र में जाने के लिए छात्राओं को किस विषय में शिक्षा प्राप्त करनी है उन सभी विषयों पर डीएफओ द्वारा प्रकाश डाला गया।