प्रयत्न ने किया बेटियों को जागरूक, विश्व मासिक धर्म दिवस पर प्रयत्न फाउंडेशन ने ग्रामीण महिलाओं व लड़कियों को किया जागरूक
मेरठ। विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रोहटा ब्लाक के आलमगीपुर गांव के अंबेडकर भवन में प्रयत्न फाउंडेशन की ओर से एक जन जागरूकता अभियान, विचार गोष्ठी व एक पत्रिका का भी विमोचन मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरदार सरबजीत सिंह कपूर द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि ‘मासिक धर्म दिवस पर दूर करें अज्ञान-नारी शक्ति का करें सम्मान‘। माता बहनों से अपील की गई कि मासिक धर्म में कपड़े का इस्तेमाल न करें बल्कि सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें। परिवार का एक सदस्य बीडी, गुटखा आदि पर रूपए खर्च कर सकता है लेकिन महिलाएं नैपकीन पर 25 रूपए खर्च नहीं कर पाती हैं। सभी बहनों महिलाओं से अपील है कि 25 रूप्ए खर्च कर अपने आप को बीमारियों से निजात पाएं। विचार गोष्ठी के बाद गांव में एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया और एक रैली का भी आयोजन किया गया। रैली में आलमगीरपुर की ग्रामीण महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्रयत्न फाउंडेशन की अध्यक्षा कृतिका भटनागर ने बताया कि ग्रामीण महिलाएं, खेत, ईंट भटटे पर दिहाडी व मजदूरी पर काम करती हैं। उनको मासिक धर्म की जानकारी न होने के कारण यह महिलाएं सैनेटरी पैड का इस्तेमाल नहीं करती हैं बल्कि कपड़े का इस्तेमाल करती हैं और फिर इसी इस्तेमाल हुए कपड़े को धोकर सूखा कर दुबारा इस्तेमाल कर लेती हैं। इस प्रक्रिया से कपड़े में उत्पन्न बैकटिरिया आदि से उन महिलाओं को भयंकर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। यदि एक महिला एक दिन के 1 रूपए जोड़े तो महीने के 30 रूपए होते हैं। जिससे वे हर महीने के मासिक धर्म पर 30 रूपए का सैनेटरी पैड ले सकती हैं। ग्रामीण महिलाओं को जिनको सैनेटरी पैड का इस्तेमाल करना नहीं आता था। उन्हें इस्तेमाल करने की प्रक्रिया भी बताई गई। महिलाओें को बताया गया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसे कोई बीमारी न समझे और इसे हिचकिचाहट न करे। सभी महिलाओं व लडकियों को मासिक धर्म के प्रति जागरूक होने की सबसे बड़ी जरूरत है। कार्यक्रम की संयोजिका करूणा ने भी महिलाओं को सैनेटरी पैड के प्रति प्रेरित किया और अपना पूर्ण सहयोग किया। कार्यक्रम में विशेष सहयोगी के रूप में छात्रा वंदना, आरती सिंह, प्रभात कुमार सहित अन्य का विशेष सहयोग रहा।