मेरठ के हिस्से में इंतजार,
हिडन-मुरादाबाद-सहारनपुर-जेबर मेरठ के हिस्से में इंतजार
मुरादाबाद के बाद सहारनपुर में हवाई यात्रा शुरू हो गई, लेकिन अभी मेरठ का इंतजार खत्म नहीं हुआ। हवाई पट्टी का विस्तार करने और 72 सीटर विमान की उड़ान के लिए जिला प्रशासन एयरपोर्ट अथॉरिटी को जमीन उपलब्ध नहीं करा पाया। राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी के प्रयास के बावजूद हवाई यात्रा की फाइल आगे नहीं बढ़ सकी। परतापुर स्थित हवाई पट्टी का विस्तार कर मौजूदा भूमि पर 280 मीटर चौड़ा और 2280 मीटर लंबे रनवे पर 72 सीटर का हवाई जहान उड़ान भर सकता है। तीन साल से लगातार मेरठ के लोगों को सपना दिखा जाता और फिर फाइल दब जाती है। बाजपेयी के प्रस्ताव पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तकनीकी टीम से सर्वे कराया और इसकी मंजूरी दे दी। बताया था कि नई हवाई पट्टी के विस्तारीकरण की बात एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिख दी, ताकि भविष्य में दायरा बढ़ाया जा सके। मेरठ में हवाई यात्रा की फाइल एक कदम आगे नहीं बढ़ी। मुरादाबाद के बाद सहारनपुर में हवाई यात्रा को हरी झंडी मिल गई। सवाल उठता है कि आखिर मेरठ को हवाई यात्रा का कब तक इंतजार करना पड़ेगा। नई हवाई पट्टी पर भी नहीं शुरू हुआ कार्य
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी सर्वे टीम ने वर्तमान हवाई पट्टी से 59 मीटर के अंतराल में नई हवाई पट्टी 1800 मीटर लंबी और 45 मीटर चौड़ी बनेगी। डीएम ने वन विभाग, विकास प्राधिकरण, तहसीलदार सदर और सिटी मजिस्ट्रेट के साथ बैठक कर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अभिलेखों में जमीन दर्ज कराने की बात कही। एक साल बीतने के बावजूद भी नई हवाई पट्टी पर भी कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है। डीएम दीपक मीणा ने बताया कि हवाई यात्रा शुरू कराने की प्रक्रिया चल रही है।
12 अक्तूबर -23
शहर से बहुप्रतिक्षित विमान सेवा शुरू करने की मांग जल्द ही पूरी होने वाली है. जल्द ही मेरठ से घरेलू विमान सेवा (Domestic Airlines in Meerut) की शुरुआत होगी. दरअसल, राज्यसभा सांसद डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी (Rajya Sabha MP Laxmikant Bajpai) के सुझाव पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India) ने नए रनवे के निर्माण की स्थिति में मेरठ से एटीआर-72 (ATR-72 Aircraft) के उड़ान भरने पर सहमति दे दी है. अब प्रदेश सरकार को उपलब्ध जमीन के आधार पर नए रनवे का निर्माण करना है. राज्यसभा सांसद का कहना है कि जल्द ही मेरठ से हवाई यात्रा की शुरुआत होगी.
23 अगस्त-24
डा वाजपेयी ने मीडिया को बताया कि 72 सीटर विमान की उडान के लिए कुछ जगह की जरूरत है। अभी 2280 मीटर लंबी व 200 मीटर चौड़ी तो मौजूद है लेकिन जितनी चाहिए उसके लिए 23 करोड़ की जरूरत है उसकी भी सहमति सरकार ने दे दी है।
17 -24