DIG का असर-जांच तेजी से पूरी,
मेरठ/लंबित विवेचनाओं के मामले में डीआईजी कलानिधि नैथानी की सख्ती का असर अब साफ नजर आने लगा है। जनवरी माह में रेंज के तमाम थानों में अभियान चलानकर 832 विवेचनाओं का निस्तारण किया गया। रविवार को डीआईजी नैथानी ने सभी जनपदों के सीसीटीएनएस पोर्टल पर प्रदर्शित लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण हेतु चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा की। समीक्षा से पाया गया कि लंबित विवेचनाओं में से जनपद मेरठ में 427, जनपद बुलंदशहर में 193, जनपद बागपत में 79 एवं जनपद हापुड़ में 133 विवचनाओं का निस्तारण किया गया है। उन्होंने परिक्षेत्र के सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वह अपने-अपने सर्किलों में लंबित विवेचनाओं का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण करे। इसके साथ ही निर्देश दिए गए कि अभियान को जारी रखते हुए अधिक से अधिक लंबित विवेचनाओं का सफल व गुणवत्तापरक निस्तारण करा लिया जाए, प्रत्येक 15 दिवस में पाक्षिक समीक्षा की जाएगी।
जनपद बागपत में जघन्य अपराधों की लम्बित विवेचना/वांछित अपराधियों एवं गैंगस्टर अधिनियम के वांछित अपराधियों में वृद्धि तथा नगर सर्किल की विवेचनाओं में वृद्धि परिलक्षित हुई है। जनपद बुलन्दशहर के नगर व डिबाई सर्किल की विवेचनाओं में वृद्धि होना पाया गया है। डीआईजी ने दोनों क्षेत्राधिकारी को विवेचनाओ का समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के लिए सचेत किया। डीआईजी ने बताया कि विवेचना निस्तारण अभियान में मेरठ का सर्किल सरधना व बुलंदहशर का सर्किल सिकंद्राबाद तथा हापुड़ के सर्किल पिलखुवाने जनवरी में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने कहा कि विवेचनाओं के समयबद्ध गुणवत्तापरक निस्तारण से जहां एक ओर जनता को समय से न्याय मिलता है, वहीं पुलिस के विरूद्ध आने वाली शिकायतों में भी कमी आती है।