केशव से साझा किए अपने अनुभव,
आईआईएमटी विश्वविद्यालय पहुंचे पूर्वोत्तर के छात्र, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया संस्कृतियों का महाकुंभ
MEERUT/अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारत का निर्माण करने वाली संस्था है इसलिए युवाओं को एक करने का काम कर रही है। 1985 में मै खुद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सक्रिय सदस्य रह चुका हूं और बहुत कुछ सीखने को मिला। मै प्रयाग राज से आता हूं जहां विश्व का सबसे बड़ा आयोजन महाकुंभ हो रहा है। मगर मेरठ में संस्कृतियों के महाकुंभ के तौर पर राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के तौर पर दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी के नारे को साकार कर दिया है। पूरे भारत की तरह कश्मीर में भी तिरंगा हर घर में शान से फहरा रहा है। 370 को हटा दिया गया है। वहीं अयोध्या में पूरे भारत के सहयोग से राम मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर का निर्माण हुआ है जिसमें पूरा भारत एक होकर दर्शन करने पहुंच रहा है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ में राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ये विचार रखे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के लिए मेरठ पहुंचे पूर्वोत्तर से आए विद्यार्थियों का आईआईएमटी विश्वविद्यालय में शानदार स्वागत और अभिनंदन किया गया। अभाविप के ‘अंतर-राज्य छात्र जीवन दर्शन’ प्रकल्प के तहत पूर्वोत्तर राज्यों के छात्र देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर रहे हैं, ताकि वे भारत की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को करीब से समझ सकें। अभिनंदन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने इन छात्रों और इन को ठहराने वाले परिवारों का मंच से सम्मान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते असम, सिक्किम, गुवाहाटी, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश से आए छात्र छात्राओं ने मेरठ के अपने प्रवास के बारे में अनुभव मंच से साझा किए। महाभारत की यात्राओं को सजीव करते हस्तिनापुर और 1857 की क्रांति की कहानियों को संजोए काली पलटन के मंदिर औघड़नाथ की यात्रा को छात्र-छात्राओं ने जीवन की सबसे सुखद यात्रा बताया।
समारोह में अपने एकात्मता यात्रा के अनुभव मंच से साझा करते हुए कई छात्राएं भावुक हो गई। उन्होंने बताया कि उन्हें मेरठ में भी एक परिवार मिल गया और अब वो इस परिवार का हिस्सा हैं। यहां से पहले जयपुर, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और कानपुर के अनुभवों को भी छात्राओं ने साझा किया। अरुणाचल प्रदेश से आई आमिशी बैरांग ने बताया कि जनवरी में उनके जिले में एक मेला लगता है जिसे वो इस यात्रा के कारण देख नहीं पाई थी। मगर मेरठ में उन्हें मेले में घूमने और झूला झूलने का मौका मिला। जिससे मेले की कमी भी पूरी हो गई। सिक्किम से आई दुर्गा शर्मा ने कहा कि मेर यात्रा जीवन भर नहीं भूलेंगी। जिंदगी भर के लिए यादों को समेट कर ले जा रही हैं।
आईआईएमटी के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए पूर्वोत्तर से आए विद्यार्थियों का भव्य स्वागत और अभिनंदन किया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता, प्रति कुलाधिपति डॉ मयंक अग्रवाल, एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री देवदत्त जोशी, विधान परिषद सदस्य और स्वागत समिति के अध्यक्ष अश्विनी त्यागी, मेरठ के महापौर हरीकांत अहलूवालिया, एबीवीपी के मेरठ प्रांत के अध्यक्ष घनश्याम वत्स, गौरव गौड़, डॉ धर्मेंद्र अहलावत, अभिषेक गोयल ने कार्यक्रम को संबोधित किया।