डेढ लाख वाला 30 हजार में,
मेरठ/डेढ़ लाख वाला लैपटॉप महज तीस हजार में कंप्यूटर व लैपटॉप की ऐसेसरीज कौड़ियों के भाव, पीएल शर्मा रोड पर जहां यह काम हो रहा बताया गया है वहां दुकान का ना तो कोई बोर्ड है ना दुकनदार का नाम बताते हैं। सोतीगंज के वाहन चोर कबाड़ियों की तर्ज पर पुराने लैपटॉप बेचने वालों को किसी जीएसटी नंबर की भी जरूरत नहीं पड़ती। जो कुछ मुनाफा कमाते हैं सब अपना होता है, टैक्स के रूप में मुनाफे में से हिस्सा सरकार को देना नहीं पड़ता। हालांकि यह अभी साफ नहीं कि सोतीगंज में चोरी की गाड़ियों की तर्ज पर पीएल शर्मा रोड पर चोरी चकारी के लैपटॉप बेचने वालों पर कब कार्रवाई की जाएगी। पीएल शर्मा रोड पर चोरी की लेपटॉप बेचे जाने की पुष्टि चार दिन पहले पुलिस के छापे में हो गई। जीआरपी गाजियाबाद हथकड़ी डालकर जिस चोर को लेकर आयी थी, उसने जहां पर चोरी के लैपटॉप बेचे उनकी शिनाख्त करायी। हालांकि पुलिस जिस शख्स की तलाश में पीएल शर्मा रोड पर दबिश को पहुंची थी, वह दुकान पर नहीं मिला। बताया गया कि वह कुंभ गया हुआ है। उस वक्त दुकान पर मयूर व अमित मौजूद थे, जीआरपी उन्हें उठा ले गई। कुछ पुराने लैटपॉप पुलिस ने जब्त कर लिए थे। पीएल शर्मा मेन रोड के अलावा यहां स्थित काबेरी कांप्लैक्स पर भी दबिश दी गयी, यहां से किसी नितिन को उठाने की बात जीआरपी गाजियाबाद ने बतायी। जीटीपी के साथ आए स्टाफ का दावा था कि जिस चोर को साथा लेकर आए उसने ही बताया था कि जो लैपटॉप उसने चोरी किए, वो सभी इन्हीं दुकानों पर बेचे हैं। बीते बुधवार को पीएल शर्मा रोड पर कार्रवाई करने वाली जीआरपी की टीम की बात यही सही मान ली जाए तो पीएम शर्मा रोड अब देश भर में चोरी की गाड़ियों के लिए बदनाम दूसरा सोतीगंज यानि लैपटॉप का सोतीगंज बनता जा रह है तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए।
सोतीगंज के तमगे से दुकानदार परेशान
पीएल शर्मा रोड पर आए दिन होने वाली पुलिस की कार्रवाइयों से यहां पर पुराने सामान की खरीद फरोख्त करने वाले दुकानदार परेशान हैं। उनको डर है कि यदि एक बार सोतीगंज सरीखा तमग पीएल शर्मा रोड पर लगा गया तो फिर ना चाहते हुए भी हफ्ता देना पड़ जाएगा। और यदि एक बार हफ्ता देना शुरू किया तो फिर हमेशा के लिए हफ्ता बंध जाएगा। काम हो या ना हो हफ्ता देना ही होता वर्ना सीखचों के पीछे जाने का खतरा।
दोपहर को उठाए अगले दिन दुकान पर
बीते बुधवार को जीआरपी ने पीएल शर्मा रोड से जिन युवकों को चोरी के लैपटॉप के आरोप उठाया था उनके खिलाफ पुख्ता सबूत होने के जीआरपी के दाबे के बावजूद ये सभी अगले दिन पीएल शर्मा रोड स्थित दुकान पर नजर आए। हालांकि आशंका जतायी जा रही थी कि दुकान से लैपटॉप बरामद होने तथा साथा लाए गए बदमाश द्वारा शिनाख्त किए जाने के बाद इनका सलाखों के पीछे जाना तय हो लेकिन ऐसा हो ना सका।
शोरूम संचालक खुश
पीएम शर्मा रोड पर पुराने कंप्यूटरों की ले बेच का काम करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई से यहां मोटी रकम लगाकर कंप्यूटर व लैपटॉप के शोरूम खोलकर बैठे कारोबारी बेहद खुश हैं। दरअसल पुराने कंप्यूटरोंं व लैपटॉप का काम तेजी से यहां फैलने की वजह से कंप्यूटर व लैपटॉप के शोरूम खोलने वालों का काम रसातल में पहुंच रहा है। जो लैपटॉप और कंप्यूटर एक से डेढ लाख की कीमत में शोरूम पर बेचा जाता है वही चीज या उससे बेहतर बगैर नाम व जीएसटी नंबर वाली दुकानों पर 25 से 30 हजार में आसानी से मिल जा रही है। और वो भी जुबानी गारंटी पर। इसकी वजह से ही बताया जा रहा है कि जो भारी भरकम शोरूम लेकर बैठे हैं वो पुलिस की कार्रवाई से बेइंतहा खुश है, यह बात अलग है कि इस खुशी का इजहार बाजार में नहीं बल्कि करीबियों के बीच किया जा रहा है। इस बीच यह भी जानकारी सूत्रों ने दी है कि सस्ते लैपटॉप के नाम पर जो कुछ गलत हो रहा है उसका उगम स्थल काबेरी कांप्लैक्स के समीप के दो चार लोग ही बताए जाते हैं, पूरा बाजार नहीं, लेकिन बदनाम की जहां तक बात है तो उसकी आंच से अभी तो पूरा पीएल शर्मा रोड तप रहा है।
अध्यक्ष बोले बाजार ना हो बदनाम
पीएल शर्मा रोड के दो व्यापार संघ बन गए हैं। एक के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल हैं और दूसरे के संजय ग्लैक्स। सुभाष अग्रवाल का कहना है कि पीएल शर्मा रोड की मार्केट की बदनामी उचित नहीं। जो गलत है पुलिस उसको सजा दिलाए लेकिन ऐसा कुछ ना हो जिससे बाजार के बाकि कारोबारी बदनाम हों।