राहुल गौड RFC से बर्खास्त,
एक बार फिर हुई भाकियू इंडिया की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीत
संभागीय खाद्य नियंत्रक कार्यालय का लिपिक बर्खास्त
मेरठ। एक बार फिर भाकियू इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप तितौरिया का संघर्ष रंग लाया। उनके नेतृत्व में भाकियू इंडिया संघर्ष की नई इबारत लिख रही है। गरीबों व किसानों के लिए किये जा रहे संघर्ष में भाकियू इंडिया द्वारा अभी पिछले दिनों ही एक राशन डीलर की दुकान निरस्त कराई गई थी और अब भ्रष्टाचार में लिप्त संभागीय खाद्य नियंत्रक के बाबू राहुल गौड़ के खिलाफ शिकायत सही मिलने पर उसको बरखास्त कर दिया गया।
राहुल गौड़ सम्भागीय खाद्य नियंत्रक का लिपिक पद पर तैनात था पर गंगानगर स्थित आर.एफ.सी के गोदाम से सरकारी राशन के गेहू की बड़े स्तर से कालाबाजारी का व्यापार करता था। जब इसके विरुद्ध आवाज उठाई तो इसने सन् 2018 में राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप तितौरिया व उनके साथ प्रदीप गोयल पर जान लेवा हमला व लूटपाट की गई थी, जिसमें इस पर व इसके साथियों पर धारा 392, 323, 352, 504, 506 दिनांक 01.03.2018 के तहत मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया था। पर उस समय पैसे के दम व अपनी पहुंच के कारण इसने मामला दबवा दिया था। पर यूनियन का संघर्ष जारी रहा और अब संघर्ष का ही नतीजा है कि अब इसे बरखास्त करने के साथ ही इसके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन, मेरठ इकाई कर रही है। अब यूनियन द्वारा उपरोक्त मुकदमे के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक, मेरठ से मिल कर कार्यवाही की मांग की जायेगी।
भाकियू इंडिया की गरीब, किसानों व मजदूरों के हक की लड़ाई जारी रहेगी। क्योंकि कई राशन माफिया व डीलर अपने आप को सत्ताधारी दल का नेता बताते है और बच जाते है। पर यूनियन द्वारा राज्यमंत्री के सरंक्षण में कालाबाजारी कर रहे है कई अधिकारी व सरकारी राशन के डीलरों के विरुद्ध आंदोलन की धार और तेज की जायेगी।