दहशत: पानी में बह गए चीनी फौजी, गलवान वैली में हिन्दुस्तानी फौजियों के लड़ने का जज्जबा देखकर चीनी फौजी इतनी बुरी तरह डर गए कि बजाए आगे बढने के तेज धार वाली नदी में बह गए. हालांकि चीनी ने इस प्रकार की खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. वाक्या लद्दाख की गलवान वैली में इसी साल हुई झड़पों के दौरान ही पेश आया था. जानकारों का कहना है कि बडबोला चीन भले ही कुछ भी दावा करे लेकिन हकीकत में उसको नुकसान बहुत ज्यादा हुआ था. चीनी फौजियों के पांव लड़खड़ा गए थे। कई चीनी सैनिक तेज धारा वाली नदी पार करते हुए डूब गए थे. इसको लेकर एक रिपोर्ट में चीन के ब्लॉगरों का हवाला है जिसमें कहा है कि “पीएलए (PLA) के सैनिक पीछे हटने में घबरा गए” और उनमें से कम से कम 38 बह गए. जब हाथापाई हुई थी, उस वक्त भारतीय सैनिक यह पता लगाने आए थे कि क्या चीनियों ने बफर ज़ोन में अपने शिविर हटा दिए थे. उन्होंने कहा, “इस बात के सबूत हैं कि नदी पार कर वापस जाने में कई चीनी सैनिक बह गए.” उन्होंने कहा, यह जानकारी “चीनी सोशल मीडिया से हटाए गए फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स” से मिली थी. रिपोर्ट में कहा कि भारत के कर्नल संतोष बाबू और उनके सैनिक 15 जून को चीनी अतिक्रमण को हटाने के प्रयास में विवादित क्षेत्र में गए थे, जहां पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कर्नल क्यूई फाबाओ लगभग 150 सैनिकों के साथ मौजूद थे. लेकिन क्यूई फाबाओ ने “6 जून, 2021 को की गई आपसी सहमति की तर्ज पर इस मुद्दे पर चर्चा करने के बजाय, अपने सैनिकों को युद्धक तैनाती करने का आदेश दिया.” हिन्दुस्तानी फौजियों पर हमला किया और भागने में उसकी मदद करने के लिए, दो अन्य पीएलए अधिकारियों – बटालियन कमांडर चेन होंगजुन और सैनिक चेन जियानग्रोंग – ने स्टील पाइप, लाठी और पत्थरों का उपयोग करके भारतीय सैनिकों के साथ हाथापाई शुरू कर दी. हिन्दुस्तानी सेना के एक फौजी ने चीनी के सिर पर मारा गया”, और “गंभीर रूप से घायल होकर वह वापस भाग गया.”