नाव की जल समाधि कई डूबे, मेरठ। मंगलवार की सुबह हस्तिनापुर क्षेत्र के नाव से उस पार जानेवालों के लिए अमंगलकारी साबित हुआ। यात्रियों से भरी नाव ने अचानक गंगा में समाधी ले ली। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ नाव हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही डीएम व एसएसपी तथा एनडीआरएफ की टीम को मौके पर जाकर राहत कार्य को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवान, एसडीएम अखिलेश यादव, तहसीलदार आकांक्षा जोशी साहित दर्जनों अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। उधर, बिजनौर की ओर मुरादाबाद से गोताखोर बुलाए गए। एसडीएम चांदपुर और सीओ चांदपुर भी मौके पर मौजूद हैं। अधिकारी राहत-बचाव कार्य शुरू कराने का प्रयास कर रहे हैं। इलके अलावा राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। ं पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित लोगों से पूछताछ की। गांव वालों ने बताया कि हस्तिनापुर क्षेत्र के भीमकुंड गंगा घाट पर पुल की एप्रोच रोड टूटने से गंगा में अवैध नाव संचालन किया जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब दो दर्जन लोगों और एक दर्जन मोटरसाइकिल से भरी नाव बीच गंगा की धारा में पहुंची तो नाव का बैलेंस बिगड़ गया। इस दौरान नाव गंगा की धारा में समा गई। स्थानीय लोगों की मदद से कुछ लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन कई गंगा में डूब गए। घटना की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।आसपास के सैकड़ों लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। आरोप है कि हादसे के करीब तीन घंटे बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है। वहीं गंगा में डूबे लोगों के परिजन गंगा के किनारे पर विलाप कर रहे हैं। वे अपने परिवार के लोगों को ढूंढने की लगातार मांग कर रहे हैं।