एडीजी साइबर क्राइन ने किया निरीक्षण, अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम लखनऊ, उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद मेरठ के थाना लालकुर्ती पर साइबर हेल्प डेस्क व साइबर क्राइम सैल जनपद मेरठ का निरीक्षण किया गया, जिसमें उनके द्वारा थाने पर मौजूद साइबर क्राइम टीम को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन थाने पर आने वाले साइबर अपराध से पीडित व्यक्ति की शिकायतों को सुनेगें साथ ही साइबर पीडित व्यक्ति की समस्याओं के निस्तारण हेतु साइबर क्राइम सैल जनपद मेरठ से समन्वय स्थापित कर त्वारित कार्यवाही करवायेंगें। । साइबर हेल्प डेस्क पर साइबर अपराध से सम्बन्धित शिकायती रजिस्टर को प्रत्येक सप्ताह के नियत दिवस पर जनपद के साइबर नोडल आफिसर (पुलिस अधीक्षक अपराध) के समक्ष प्रस्तुत करेंगे व साइबर अपराध से बचाव कैसे किया जाये इस हेतु प्रचार प्रसार करते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन न0 1930 व www.cybercrime.gov.in का भी प्रचार प्रसार करेंगे व जनपद के साइबर नोडल आफिसर (पुलिस अधीक्षक अपराध) को अवगत करायेंगे । उन्होंने साइबर अपराध से पीडित व्यक्ति की प्राप्त शिकायतो से सम्बन्धित रजिस्टर को भी चैक किया। साइबर अपराधियों के खातो मे डेबिट फ्रीज करवाया गया है को सम्बन्धित बैंक से लाइजन बनाकर पीडित व्यक्ति के खातो मे वापस कराने के सम्बन्ध में दिशा निर्देश दिये गये, साथ ही साइबर अपराध के रोकथाम व प्रचार प्रसार हेतु जानकारी ली गयी जिसमें जनपद साइबर क्राइम सैल द्वारा अवगत कराया गया कि साइबर नोडल आफिसर (पुलिस अधीक्षक अपराध) जनपद मेरठ के निर्देशन में जनपद मेरठ मे प्रत्येक माह के प्रथम बुद्धवार को साइबर क्राइम सैल व जनपद के थानों द्वारा स्कूल, कालेज, अन्य संस्थान, गांव व शहरी क्षेत्रो मे कार्यशालाएं करायी जाती है। जनपद साइबर क्राइम सैल मेरठ द्वारा किये गये सराहनीय कार्यो का पिछले तीन वर्षो का निरीक्षण किया गया जिसमें साइबर अपराध से पीडित व्यक्तियो के वर्ष 2020 में कुल 4719270/- रूपये ( सैतालिस लाख उन्नीस हजार दो सौ सत्तर रूपये) व वर्ष 2021 मे कुल 9824191/- रूपये ( अट्ठानवे लाख चौबीस हजार एक सौ इक्यानवें रूपये ) व वर्ष 2022 में अप्रैल तक 3457643/- (चौतिस लाख सत्तावन हजार छ: सौ तैतालिस रूपये) वापिस कराये गये । मेरठ के उच्चाधिकारीयों द्वारा जनपद में एक साइबर थाना बनाये जाने हेतु सुझाव दिया गया ।