राजा रतन चंद का जन्मोत्सव, मीरापुर। राजवंश प्रवर्तक राजा रतन चंद का 359वा जन्मोत्सव उनके स्मारक स्थल पर हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के विशिष्ट लोगो को सम्मानित कर प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये। राजवंश प्रवर्तक राजा रतन चंद का 359वा जन्मोत्सव अखिल भारतीय वैश्य अग्रवाल राजवंश सभा मीरापुर के तत्वाधान में मनाया गया। सर्व प्रथम राजा रतन चंद स्मारक स्थल पर प्रातः यज्ञ व हवन का आयोजन किया गया तदोपरांत उन्हे पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इसके बाद भव्य पैलेस में सांस्कृतिक कार्यक्रम व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अजीत मित्तल दिल्ली तथा दिनेश गर्ग मुजफ्फरनगर पधारे। कार्यक्रम में राजवंश मयूरी नृत्य प्रतियोगिता, फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता, स्वस्थ बालक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें युवन्या, काजल, अंकिता तथा वरूण प्रताप राजवंशी, नित्य गुप्ता, नवर्णा गोयल, भागवती संगल, शुभिका को राजवंश मयूरी नृत्य व फैन्सी ड्रेस व स्वस्थ बच्चा प्रतियोगिता के पुरस्कार प्रदान किये गये। मयूरी नृत्य में अंकिता गुप्ता पुत्री विपुल गुप्ता को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। बख्तावरमल स्मृति पदक अविरल कुमार गोयल, यजुर जगमोहन को प्रदान किये गये। इस मौके पर राजवंश परिवारो के प्रसिद्ध लोगो के नाम पर अन्य स्मृति पदक भी प्रदान किये गये। राजवंश गौरव अनिकेत गोयल नजीबाबाद को प्रदान किया गया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यो से राजवंश समाज के लोगो ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजवंश सभा मीरापुर के अध्यक्ष अशोक कुमार गर्ग, पंकज गर्ग, राजीव गोयल, शिवम राजवंशी, अभिषेक गर्ग आदि सक्रिय रहे। गौरतलब है कि राजा रतन चंद का जन्म कस्बा मीरापुर के निकटवर्ती ग्राम मुकल्लमपुरा में आढत व्यापारी लाला जगपाल सिंह के यहां पर हुआ था। रतन चंद बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। इनकी ख्याति सुनकर सैयद बंधुआंे ने इन्हे अपना मुख्य कोषाधिकारी नियुक्त किया था। भारत के मुगल शासक फर्रूखसियर ने इनको सन 1712 में राजा की उपाधि दी थी तभी से इन्हे राजा रतन चंद के नाम से जाना जाता था।