विवेचना निपटाने में देरी से एडीजी नाराज,
-पुलिस लाइन में आयोजित गोष्ठी में हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखे जाने के निर्देश
मेरठ। थाना स्तर पर लंबित विवेचनाओं की संख्या में इजाफे पर एडीजी डीके ठाकुर ने नाराजगी का इजहार किया है। उन्होंने जोन के सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों के साथ अपराध-नियंत्रण, कानून-व्यवस्था एवं विवेचनाओं के समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए हैं। गुरूवार को रिजर्व पुलिस लाइन स्थित सभागार में अपराध-नियंत्रण, कानून-व्यवस्था के सुदृढीकरण एवं शान्ति-व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में डॉ. विपिन ताड़ा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ, आयुष विक्रम सिंह पुलिस अधीक्षक नगर, राकेश कुमार मिश्रा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अवनीश कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध, राघवेन्द्र कुमार मिश्रा पुलिस अधीक्षक यातायात व जनपद मेरठ के समस्त राजपत्रित अधिकारी व जनपद के समस्त थाना प्रभारी मौजूद रहे।
हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखने की हिदायत
उन्होंने क्षेत्र के टॉप-10/हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखते हुए उनके क्रियाकलापों की निगरानी के निर्देश दिए। साथ ही थानाक्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रहरियों, पुलिस मित्रों आदि के साथ गोष्ठी आयोजित कर आपसी समन्वय स्थापित करने सहित थानाक्षेत्र में शराब, खनन, पशु तस्करी, शस्त्र तस्करी आदि अपराधों में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध अभियान को कहा। इसके साथ ही एन्टी रोमियो स्कवॉड, महिला आरक्षियों व अन्य पुलिसकर्मियों को अपनी-अपनी बीट में जाकर ग्राम प्रधान आदि के सहयोग से स्कूल/कॉलेज, कोचिंग संस्थान आदि में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन हेतु विभिन्न कार्यक्रम व गोष्ठी करके उन्हें सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए महिलाओं/बालिकाओं/छात्राओं के सुरक्षार्थ यूपी पुलिस द्वारा चलाई जा रही सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे वूमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, स्वास्थ्य सेवा 102, एम्बुलेंस सेवा 108 एवं थाने के सीयूजी नम्बर के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक करने हेतु निर्देशित किया गया।एडीजी ने लंबित विवेचनाऐं, विशेषकर एससी/एसटी एक्ट, महिला सम्बन्धी अपराध, पोक्सो एक्ट आदि की समीक्षा की गई तथा कार्य योजना बनाकर गुणदोष के आधार पर विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण करने, विशेष रूप से वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर उनके विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया तथा पोक्सो एक्ट, महिला संबंधी अपराधों में अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने हेतु प्रभावी पैरवी करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने अवैध शराब, जुआ, सट्टा व मादक पदार्थ की बिक्री आदि संगठित अपराधों पर पूर्णतः रोक लगाने हेतु सभी थाना प्रभारियों को अभियान चलाकर ऐसे अपराधों में लिप्त अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी करने कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।