तमाम दलों के किसान नेताओं ने राकेश टिकैत प्रकरण को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, महापंचायत में नकली हिंदुओं को भी जमकर फटकारा गया और पूछा कि उन्हें किसने देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगने का अधिकार दिया है


देश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत पर हमले के मामले को लेकर देश भर के किसानों में उबाल है। यह उबाल मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान पर रही पंचायत में साफ नजर आया। आम किसानों का मानना है कि इस हमले के पीछे एक खास विचारधारा का हाथ है। यह वही विचारधाना है जिसने गांधी जी की हत्या की थी। वहीं दूसरी ओर रैली में वेस्ट यूपी के तमाम जिलों जिनमें मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामल, बिजनौर, रामनगर, मुरादाबाद, अमरोहा, हापुड़, मथुरा, आगरा तक से किसान नेताओं का हुजूम महापंचायत के लिए रात को ही तमाम हाइवे पर नजर आया। सिसौली से भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत भी पहुंच गए। उनके साथ गाड़ियों और ट्रैक्टरों का काफिला रहा। इससे पहले सुबह किसान भवन पर उन्होंने किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित किए। चौधरी नरेश टिकैत बालियान खाप के 84 गांवों के चौधरी के अलावा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। चौधरी राकेश टिकैत के साथ जो हुआ,आयोजकों को जिम्मेदारी लेते हुए इसकी निंदा करनी चाहिए। हमार संगठन पंचायत का समर्थन करता है। उधर, जीआईसी में पंचायत जारी है। महापंचायत में जो कुछ एक दिन पहले हुआ उसको एक साजिश करा दिया गया और कहा कि जो लोग नारेबाजी व हूटिंग कर रहे थे उन्हें किसने किसी से देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगने का हक दिया है। ये वो लोग हैं जो खास विचारधारा से आते हैं और जिन्हें राकेश टिकैत का देश में तेजी से बढ़ रहा कद परेशान कर रहा है। पंचायत ने मंच पर राकेश टिकैत को भारी भरकम पगड़ी बांधी। पंचायत में मंच से राकेश टिकैत के लिए सुरक्षा की मांग उठाई गई।
सब बुलाए गए थे तो टिकैत का विरोध क्यों
मुजफ्फरनगर में ईंट निर्माता कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि पर्यटकों की हत्या के विरोध में जन आक्रोश यात्रा निकाली गई थी। इसमें सभी संगठनों को आमंत्रित किया गया था। अगर इसमें भाकियू प्रवक्ता कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए थे। ऐसे में कुछ लोगों की ओर से उनका विरोध करना समझ से परे है। हर देशवासी देशभक्त है, यह न किसी को बताने की जरूरत है और न ही इसका किसी को सर्टिफिकेट मांगना चाहिए।किसान नेता कुलदीप पंवार और भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल खटीयान ने बताया कि शुक्रवार की घटना दुखद है। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख किसान नेता को निशाना बनाकर की गई यह कार्रवाई स्वीकार नहीं की जा सकती। महापंचायत में जो भी निर्णय लिया जाएगा, सभी कार्यकर्ता उसका पालन करेंगे। नेताओं ने यह भी कहा कि यह घटना सरकार विरोधी आवाज को दबाने की मानसिकता को दर्शाती है।
कांग्रेस के जाट चौधरी यशपाल सिंह जमकर बरसे
कांग्रेस पीसीसी के पूर्व सचिव व कांग्रेस का बड़ा जाट चेहरा चौधरी यशपाल सिंह ने किसान नेता के साथ हुई घटना की कड़े शब्दों में आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ वह देश के किसानों पर प्रहार है। अन्नदाता पर प्रहार है। इस साजिश के पीछे जो भी तत्व हैं वो नहीं चाहते कि किसान सम्मान से जीए। इसके पीछे देश के किसानों की आवाज को दबाने की साजिश है। यह कभी होने नहीं दिया जाएगा। राकेश टिकैत किसानों की आवाज हैं। और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानों की उनके सम्मान की बात कही है। उन्होंने सूबे के डीजीपी से इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है।
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