अवैध निर्माण पर कैंट बोर्ड बेबस या.. 331 सदर रंगसाज माेहल्ला मेरठ की आवासीय संपत्ति में निर्माण के लिए कैंट बोर्ड से नक्शा तो आवासीय पास हुआ लेकिन वहां कर लिया गया व्यवसायिक निर्माण। कैंट बोर्ड के जहां तमाम अफसर बैठते हैं, उससे चंद कदम की दूरी पर दिन के उजाले में किया गया अवैध निर्माण और अवैध निर्माण के बाद बनकर तैयार मल्टीनेशनल कंपनियों के शोरूम भी कैंट प्रशासन के सीईओ सरीखे अधिकारियों को नजर न आना हैरानी भरा है। खुद स्टाफ भी मान रहा है कि चंद कदम की दूरी पर किए गए अवैध निर्माण न तो सीईओ कैंट और न ही इंजीनियरिंग सेक्शन को नजर आ रहे हैं, इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैंट क्षेत्र में अवैध निर्माण के विरूद्ध इंजीनियरिंग सेक्शन के एई व जेई सरीखे कर्मचारी कितने मुस्तैद हैं। इस अवैध निर्माण में इंजीनियरिंग सैक्शन ही नहीं बल्कि सेनेट्रेशन सेक्शन का स्टाफ भी अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। कैंट प्रशासन की आंखों में आंखें डालकर जिस प्रकार से अवैध निर्माण कर भारी भरकम शोरूम अवासीय संपत्ति में बना लिए गए हैं उससे तो यही लगता है कि अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर कैंट बाेर्ड प्रशासन की हिम्मत जवाब दे गयी है। अवैध निर्माण करने वालों के आगे कभी गरजने वाले कैंट बोर्ड प्रशासन के अधिकारी खासतौर से इंजीनियरिंग सैक्शन के अफसरों में पहले सरीखा दमखम नहीं रह गया है। लेकिन कैँट बोर्ड का स्टाफ इन तमाम बातों को एक सिरे से खारिज करता है। स्टाफ की सुगबुगाहट की माने तो सदर रंगसाज मोहल्ला 331 में इंजीनियरिंग सेक्शन के अफसर किस मुंह से कार्रवाई करेंगे। सुगबुगाहट तो यहां तक है कि आवासीय संपत्ति में अवैध रूप से व्यवसायिक निर्माण के लिए मोटा लेनदेन हुआ है। ऐसे में कैंट प्रशासन से किसी कार्रवाई की उम्मीद रखना बेमानी है। इतना ही नहीं इस संपत्ति के आगे भारत सरकार की बेशुमार कीमती भूमि पर भी अवैध कब्जा करा दिया है। इस संबंध में कैंट प्रवक्ता से संपर्क का प्रयास किया लेकर काल रिसीव नहीं की गई।