एसएसपी MEERUT विपिन ताडा ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट कर दिया कि सड़क पर नमाज अदा करने पर पूर्णतय रोक लगाएं। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थल या सड़कों पर धार्मिक आयोजन नहीं कराया जाएगा। इसलिए सड़क पर नमाज अदा नहीं होने दी जाएगी। ईदगाह पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाने की प्लानिंग की गई है।
अफसरों की चेतावनी, पासपोर्ट कराया जाएगा रद्द
हज व उमरा से भी हो जाओगे हमेशा के लिए महरूम
थानेदारों को सड़क पर ईद की नमाज ना होने देने की हिदायत
मेरठ। ईद की नमाज सड़क पर अता करने वालों पर मुकदमे ही नहीं किए जाएगे बल्कि उन्हें हज व उमरा से भी महरूम कर दिया जाएगा। उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा। जिसके बाद वो कभी भी हज उमरा नहीं कर पाएंगे। ईद की नमाज सड़कों पर होने से रोकने के लिए थानेदारों को भी सख्त लहजे में कहा गया है कि किसी भी कीमत पर सड़कों पर ईद की नमाज ना होने दें। मस्जिद के बाहर कोई भी ईद की नमाज अता ना करे। पुलिस के तमाम आला अधिकारियों की ओर से इसको लेकर बार-बार हिदायतें जारी की जा रही हैं।
लगतार की जा रही है सख्ती

ईद-उल-फितर की नमाज सड़क पर अदा करने वालों के खिलाफ बीते दो सालों से लगातार सख्ती की जा रही है। बीते दो सालो की यदि बात करें तो करीब दो सौ पर मुकदमे पुलिस की ओर से लिखवाए गए थे। इनमें से पचास नामजद किए गए थे। लेकिन इस बार और भी बड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है। ईद की नमाज सड़कों पर अता करने वालों पर पुलिस की ओर से एफआईआर के अलावा उनका पासपोर्ट निरस्तीकरण की रिपोर्ट भी दी जाएगी। ताकि वह मक्का मदीना की यात्रा न कर सकें। इसी के चलते ईद के मौके पर ईदगाह के सामने सड़क पर नमाज अता न करने की हिदायत दी गयी है।
अब नहीं भाग सकेंगे विदेश, जो गए थे वो भी आए लौट
जिनके खिलाफ पुलिस की ओर से सड़कों पर ईद की नमाज के आरोप में मुकदमें दर्ज किए गए हैं उनके पासपार्ट रद्द कराने की प्रक्रिया पुलिस ने शुरू कर दी है। ऐसे लोगों के पासपोर्ट रद्द करने की रिपोर्ट लगाई जा रही है। दो सालों से मेरठ में ईद की नमाज ईदगाह व दूसरी मस्जिदों के बाहर अता करने पर शासन व प्रशासन की रोक है। लेकिन दोनों ही बार ईद की नमाज सड़कों पर पढी गयी, इसको लेकर बड़ी संख्या में पुलिस की ओर से शहर के थाना रेलवे रोड में मुकदमें लिखे गए है। मुकदमें लिखे जाने की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में लोग विदेश चले गए। रमजान शुरू होने के बाद इनमें से ज्यादातर के लौट आने की रिपोर्ट एलआईयू की ओर से दी गयी है। एलआईयू की रिपोर्ट के बाद जिनके खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं उनकी धरपकड़ की तैयारी चल रही है।