पार्किंग के बजाए बेसमेंट में बार-रेस्टारेंट

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पार्किंग के बजाए बेसमेंट में बार-रेस्टारेंट,

मौत के हादसों से सबक को तैयार नहीं मेडा अफसर

मेरठ साठ किलोमीटर की दूरी पर देश की राजधानी दिल्ली के राजेन्द्र नगर इलाके में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर में भरे बारिश के पानी में आईएएस की तैयारी कर रहे तीन युवाओं की मौत के हादसे से लगता है कि मेरठी अफसरों खासतौर से मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों न कोई सबक नहीं सीखा है। शायद ही कारण है जो प्राधिकरण जहां वीसी, सचिव और जोनल अधिकारी के अलावा प्रवर्तन का भारी भरकम कुनवा और जेसीबी की पूरी पलाटून मौजूद है, उससे चंद कदम की दूरी पर बेसमेंट में जहां पार्किंग होनी चाहिए वहां पर अवैध रूप से बार व रेस्टाेरेंट संचालित हो रहा है, लेकिन मेडा के उच्च पदस्थ अफसरों को वो नजर नहीं आ रहा है। मेडा के उपाध्यक्ष या सचिव सरीखे अफसर ही क्यों सिविल लाइन एरिया के मिशन कंपाउंड के सामने अभिक्रम बिल्डिंग के बेसमेंट चल रहा आउटरलिमिट नाम का बार व रेस्टोरेंट लगता है कि प्रशासन के किसी भी अफसर को नजर नहीं आ रहा है। यह स्थिति तो तब है जब सुप्रीमोर्ट ने दिल्ली के राजेन्द्र के बेसमेंट में हुए दुखद हासदे पर चिंता व्यक्त की है और प्रदेश की योगी सरकार भी तमाम बिल्डिंगाें में बेसमेंट में चल रही कारोबारी गतिविधियाें को लेकर सख्त है। इतना ही नहीं योगी सरकार ने प्रदेश के भर के विकास प्राधिकरण प्रशासकों को बेसमेंट में चल रही कारोबारी गतिवियों को रोकने की हिदायत दी है। साथ इसके लिए अफसरों की भी जिम्मेदारी तय करने को कहा गया है। लेकिन सीएम योगी की सरकार के इस फरमान को लेकर अफसर कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा सिविल लाइन की अभिक्रम बिल्डिंग में बेसमेंट में चल रहे बार व रेस्टोरेंट से लगाया जा सकता है। बेसमेंट में इसी प्रकार की कारोबारी गतिविधियां ही आपदों में हादसों को न्यौता देती है और फिर दिल्ली के राजेन्द्र नगर के बेसमेंट में तीन की मौत सरीखे हादसे होते हैं। केवल अभिक्रम बिल्डिंग ही नहीं महानगर की तमाम ऐसी बिल्डिंग हैं जहां प्राधिकरण से बेसमेंट में पार्किंग स्थल बनाने के वादे पर मानचित्र स्वीकृत कराने वाले बजाए वहां पार्किग बनाने के उस जगह का कारोबारी प्रयोग कर रहे हैं। बाउंड्री रोड स्थित होटल क्रिस्टल पैलेस ऐसे ही बिल्डिंग है जिसके बेसमेट मे बार खोल दिया गया है जो कायदे कानून के विपरीत है।

चार दिन अभियान फिर विश्राम

दिल्ली के राजेन्द्र नगर की बिल्डिंग में एक बेसमेंट में चल रही कोचिंग क्लास में पानी भरने से तीन की मौत के बाद मेडा ने शहर के बेसमेंट के कारोबारी प्रयोग के खिलाफ अभियान शुरू किया था, लेकिन यह अभियान केवल चार दिन चलाया जा सका। इस दौरान पीएल शर्मा रोड, नेहरू रोड व मवाना रोड गंगानगर क्षेत्र में कुछ बेसमेंट जहां कारोबारी कार्रवाई मसलन नर्सिंगहोम, ओपीडी, लाइब्रेरी, पल्लवपुरम में बाइक रिपेयरिंग वर्कशॉप आदि चल रहे थे उन्हें जरूर सील किया था, उसके बाद अभियान को पर बैरियर डाल दिया गया है। लगता है कि मेडा प्रशासन को राजेन्द्र नगर की बिल्डिंग के बेसमेंट में तीन की मौत सरीखे किसी अन्य हादसे का इंतजार है। उसके बाद ही कारोबारी गतिविधियों को संचालित करवा रहे बेसमेंट की सुध ली जाएगी।

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