सूरजकुंड डिपो में घुसकर बोला हमला, भाजपा पार्षद ने निगम ड्राइवर को मारी गोली, गोलियां खत्म हाेने तक करता रहा फायरिंग, इलाके में मची रही अफरा-तफरी, स्टाफ ने भाग कर बचायी अपनी जान
मेरठ। नौचंदी थाना के सूरजकुंड स्थित नगर निगम के वाहन डिपाें में घुसकर निगम के वार्ड 18 से भाजपा पार्षद रविन्द्र ने डिपो के एक ड्राइवर को गोली मार दी। इससे पहले अपनी पिस्टल से उसने तब तक फायरिंग की जब तक गोलियां खत्म नहीं हो गईं। गोलियां खत्म होते भी डिपो का स्टाफ पार्षद पर टूट पड़ा और सकी बुरी गत बना दी। कर्मचारियों की पिटाई से पार्षद रविन्द्र लहुलूहान हो गया। हट्टाकट्टा होते हुए भी उसकी हालत पिटाई ने बिगाड़ कर रख दी।

डिपो प्रभारी से हुआ था विवाद
बताया जाता है कि गुरूवार की सुबह निगम के वार्ड 18 के पार्षद रविन्द्र कूड़ा गाड़ी के मामले को लेकर सूरजकुंड डिपो पहुंचे थे। वहां डिपो प्रभारी ने उन्हें कोई खास तवज्जो नहीं दी। उनकी डिपो प्रभारी से कुछ कहासुनी हो गयी। कुछ देर में लौटकर आने की बात कहकर धमकी देते हुए रविन्द्र वहां से निकल गए। कुछ देर बार तीन अन्य युवकों के साथ लोडेड पिस्टल हाथ में थामे वहां गुस्से से लाल-पीले तमतमाए हुए डिपो में दाखिल हुए। आरोप है कि वह स्टाफ को भद्दी-भद्दी गालियां बक रहे थे। उन्होंने वहां पहुंचते ही पिस्टल से अंधाधुंध गोलयां चलानी शुरू कर दीं और तब तक गोलियां चलाते रहे जब तक कि पिस्टल ने गोलियां उगलनी बंद नहीं कर दीं। उसी दौरान एक गोली चालक अविनाश पुत्र रतन कुमार के पांव जा लगी। वह वहीं जमीन पर गिर कर तड़पने लगा।
पार्षद पर टूट पड़ी भीड़
पिस्टल की गोलियां खत्म होने के बाद अविनाश को गोली लगने से गुस्साया स्टाफ तेजी से पार्षद रविन्द्र की ओर लपका। उसको दबोच कर पीटना शुरू कर दिया। जो अन्य तीन युवक पार्षद के साथ आए थे वां वहां से पांव सिर पर रखकर भाग खडे हुए। इस बीच भी़ के लोग भी काफी वहां जमा हो चुके थे। ऐसा कोई नहीं बचा जिसने पार्षद पर हाथ ना साफ किया हो। पिटते-पिटते रविन्द्र की हालत खराब हो गए। उसके हाथ-पांव बेकार हो चुके थे। सिर पर से खून रिस रहा था। इस बीच फायरिंग की सूचना पर नौंचदी व सिविल लाइन पुलिस व सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी वहां पहुंच गए। पुलिस भाजपा पार्षद व कर्मचारियों ने पांव में गोल लगने से घायल अविनाश को जिला अस्पताल पहुंचाया। गोली पांव में लगी थी। अविनाश के लिए कोई खतरे जैसी बात नहीं थी। जबकि पार्षद की हालत ज्यादा खराब थी। पुलिस वालों ने दोनों की मरहम पट्टी करायी है। दोनों ओर से तहरीर दी जा रही है।
बेड पर पुलिस वाले घायल ड्राइवर स्टूल पर
घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचते-पहुंचते पुलिस वाले थके हुए नजर आए। पहुंचते ही उन्होंने घायल मरीजों के लिए वहां पडे़ बेड को कब्जा लिया, जबकि घायल ड्राइवर स्टूल पर काफी देर तक बैठा रहा। अस्पताल में नगरायुक्त भी पहुंच गए थे। जब किसी ने टोका तब पुलिस वाले बेड से हटे और उस बेड पर घायल अविनाश ड्राइवर को लेटाया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताय कि दोनों की मरहम पट्टी करा दी गयी है। खतरे की कोई बात नहीं है। दोनों ओर से तहरीर दी जा रही है।
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