मेरठ। सीए संजय जैन (सचिव ऋषभ एकाडेमी) द्वारा साल 2020 में रंजीत जैन आदि के खिलाफ दर्ज कराई गए मुकदमें सदर निवासी कारोबारी मृदुल जैन व विकास जैन को भी पुलिस कोर्ट में दायर अपनी चार्जशीट में अभियुक्त माना है, जिसके तहत दाेनों अभियुक्तों को कोर्ट ने गुरूवार को तलब कर लिया है। जिस मामले में मृदुल जैन व विकास जैन को तलब किया गया है उसमें 420 व 120 की धारा को कानून के विशेषज्ञों ने गंभीर मान है।

मेरठ। सदर जैन समाज का चेहरा और पैरोकार माने जाने वाले सीए संजय जैन ने साल 2020 में रंजीत जैन आदि के विरुद्ध एक तहरीर मृदुल व विकास कोर्ट में तलब-थाना सदर बाजार में दी थी। तहरीर में स्कूल के धन का दुरूपोग का आरोप रंजीत जैन और उनके साथियों पर लगाया गया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रंजीत जैन को जेल भेज दिया था। यह भी महत्वपूर्ण है कि रंजीत जैन ने अपने एक बयान में पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि ऋषभ एकाडेमी की धन के गवन को जो आरोप उन पर लग रहे हैं वह धन उन्होंने मृदुल जैन आदि को दिया। इस मामले में जिन अन्य को पुलिस ने आरोपी बनाया वो जमानत पर हैं। रंजीत जैन भी जेल से बाहर जमानत पर आए हैं। लेकिन मृदुल जैन और विकास जैन पुत्र सुनील जैन को कोर्ट ने गुरूवार को तलब किया है। 10 मार्च 2025 को जारी किए गए समन/नोटिस में न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय संख्या-2 में मृदुल और विकास जैन को पेश होने के आदेश दिए हैं। इस मामले को लेकर ऋषभ के धन का कथित गवन करने वालों के खिलाफ सदर जैन समाज की ओर से आवाज उठाने व पुलिस की कार्रवाई करने वाले सीए डा. संजय जैन ने बताया कि सुनाई के दौरान सरकारी वकील के अलावा उनकी ओर से भी वकील कोर्ट में मौजूद रहेंगे। प्रयास होगा कि कोर्ट से किसी प्रकार की रियायत ना दी जाए।
यह है पूरा मामला
सीए डा. संजय जैन ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर और सदर जैन समाज की नजराें में शर्मसार करने वाला भी है। राकेश गुप्ता पुत्र रामजीवन गुप्ता ने कैंट के वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित शहर की बड़ी व प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था ऋषण को जो प्लाट बेचा था उस प्लाट का बैनामा बजाए ऋषभ एकाडेमी के नाम करने के मृदुल आदि के नाम कर दिया। जबकि 1.16 करोड़ को उक्त प्लाट का भुगतान ऋषभ एकाडेमी के खातों से किया गया। इन खातों में बच्चों की फीस से आयी रकम जमा थी। बेहतर तो यही होता कि जो रकम मृदुल के नाम किए गए प्लाट के भुगतान के लिए ऋषभ के खातों से राकेश गुप्ता को दी गयी वो रकम यदि ऋषभ की बेहतरी के लिए खर्च की जाती तो बेहतर होता। ऋषभ के सचिव सीए डा. संजय जैन ने बताया कि जब तक ऋषभ को लूटने वाले गजनियों को उनके अंजाम तक नहीं पहुंचा दिया वह सत्य के मार्ग पर चलते हुए यह धर्मयुद्ध जारी रखेंगे। सदर जैन समाज की भी ऐसी ही मंशा है। डा. संजय जैन का कहना है कि सदर जैन समाज ने जो उम्मीद उनसे की हैं वो उन उम्मीदों को कभी टूटने नहीं देंगे। वह वो कर रहे हैं जो सदर जैन समाज उनसे चाहता है। उन्होंने बताय कि इस प्लाट के घपले घोटाले को लेकर एक और बडा खुलासा वह गुरूवार को होने वाली सुनवाई के बाद करेंगे।
पढाई नहीं खेल में भी अव्वल ऋषभ