मेरठ। सीबीआई यानि केंद्रीय जांच ब्यूरों ने एक बार फिर कैंट कर्मियों पर शिकंजा कसा है। इस बार सीबीआई की टीम केंद्र माल रोड स्थित सीडीए कार्यालय पहुंची है बीते 24 घंटे से वहां फाइलों को खंगाल रही है। सीबीआई के छापे के खबर से कैंट स्थित तमाम सैन्य प्रतिष्ठानाें के स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल पूर्व में सीबीआई की टीम को लेकर कैंट स्टाफ खासतौर से कैंट बोर्ड को बेहद खराब व कड़वे अनुभव रहे हैं। कैंट बोर्ड के कुछ कर्मचारियों काे सीबीआई ने लंबे अरसे तक सलाखों के पीछे रखा था वो सभी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। बताया गया है कि सीडीए में काम करने वाले एक ठेकेदार ने सीबीआई में शिकायत की थी। उसका आरोप था कि बिल पास करने के लिए ऑडिट टीम और स्टाफ ने मोटी रिश्वत की मांग की। ठेकेदार के विरोध करने पर उसका बिल रोक दिया गया। यहां पर सीडीए की तीन शाखाएं हैं – सीडीए फंड, सीडीए आर्मी और सीडीए पेंशन डिपार्टमेंट। यहां केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक ट्रेनिंग हॉस्टल भी है। कार्यालय में सेंट्रल गवर्नमेंट डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के फंड का लेखा-जोखा रखा जाता है। साथ ही सरकारी टेंडर भी यहीं से पास होते हैं। सीबीआई की टीम के पहुंचते ही कार्यालय में हड़कंप मच गया। कुछ कर्मचारियों ने भागने की कोशिश की। टीम ने कुछ कर्मचारियों को रोक लिया, जबकि अन्य को जाने दिया। सूत्रों के अनुसार, स्टोर से जुड़े एक मामले में एक कर्मचारी को पकड़ा गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
स्टॉफ के कई कर्मचारी अंडरग्राउंड
सीबीआई के छापे की सूचना के बाद कैंट स्थित दूसरे सैन्य प्रतिष्ठानों जिनमें बड़ी संख्या में सीडीए से जुड़े तीनों आफिस की है उनके कई कर्मचारियों ने कार्यालय से दूरी बना ली है। कुछ को लेकर कहा जा रहा है कि वो अंडरग्राउंड हैं। पूर्व में जब-जब सीबीआई ने कैंट स्टाफ पर शिकंजा कसा है, जब तक लंबे अरसे तक कुछ कर्मचारी गायब रहे हैं, ठीक वैसा ही इस बार भी हो रहा है।
अफसरों ने साधी चुप्पी
सीबीआई के छापे को लेकर कैंट प्रशासन खासतौर से सीडीए के तमाम अफसरों ने चुप्पी साध ली है। ज्यादातर के मोबाइल स्वीच ऑफ जा रहे हैं। कुछ ऐसे हैं जो काल ही रिसीव नहीं कर रहे हैं। कुछ ने अपने नंबर आउट आफ रेंज कर लिए हैं। सीडीए के जिस आफिस पर छापा लगा है वहां पर कैंपस में सन्नाटा पसरा हुआ है। बाहर गेट पर पुलिस फोर्स तैनात की गयी है। किसी को भीतर जाने की इजाजत नहीं है।