CCSU-कैंपस आल क्लियर

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CCSU-कैंपस आल क्लियर,

हादसे के बाद अब सीसीएसयू कैंपस आल क्लियर
 मेरठ/ मधुमक्खियों के हमले के हादसे के बाद छत्ते हटाने के लिए शुरू किए गए अभियान के बाद रविवार को सीसीएसयू कैंपस आज क्लियर हो गया। रविवार को बड़ा काम सीसीएसयू के गेट के बगल में मधुमक्खियों के बडेÞ छत्ते को हटाने का किया गया। इसके अलावा कैंपस में जो छोट-छोटे छत्ते थे वो भी हटा दिए गए। सर छोटूराम यूनिर्वर्सिटी में भी सभी छत्ते हटवा दिए। इसमें बड़ी कवायद या कहें मेहनत छात्र नेता विनित चपराना की रही। हालांकि उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रार धीरेन्द्र वर्मा, सीसीएसयू के इंजीनियर मनीष मिश्र और छात्र नेता अर्जुन बटार के संयुक्त प्रयास से ही कैंपस को मधुमक्खियों के हमले से पूरी तरह अब सुरक्षित किया जा सका है। दरअसल रविवार की सुबह छत्ते तोड़ने वालों को सुबह ही बुला लिया था। इस कार्य के चलते सीसीएसयू का मेनगेट, हॉस्टल, लाइब्ररी आदि सभी को पहले ही बता दिया था कि भीतर ही रहना है। इसी तर्ज पर सर छोटूराम में भी इंतजाम किए गए थे। इन छत्तों को हटाना आसान नहीं था। विनित चपराना ने बताया कि लेकिन यह कर दिखाया।
बाज पड़ गया भारी
सीसीएसयू में मधुमक्खियों के हमले की वजह से एक बड़ा बाज बताया गया है। विनित चपराना ने बताया कि रविवार को मधुमक्खियों के बडे छत्ते पर बाज पहुंचा। वह जहां शहद जमा होता है वहां पर चोंच मार रहे थे। उसकी इस हरकत से मधुमक्खियां भिनभिनाकर इधर उधर जाती थीं। माना जा रहा है कि कैंपस में मधुमक्खियों के हमले की जो पहले घटना जिसमें रिटायर्ड जेई की मौत हुई वो इस बाज के छत्ते पर चोंच मारने के बाद ही हुई। बाज के जिस्म पर मधुमक्यिों के काटने का कोई असर नहीं होता।

 

अब किस की मौत का है इंतजार

-कमिश्नरी और स्टेडियम में भी मौजूद हैं मधुमक्खियों का छत्ता-
-पहले टूटी होती सीसीएसयू प्रशासन की नींद तो आज जिंदा होते धर्मवीर-
मेरठ/ लगता है अफसरों को सीसीएसयू में रिटायर्ड जेई की मौत सरीखी की घटना का इंतजार है। उक्त घटना के चार दिन बाद भी कमिश्नरी और स्टेडियम के आसपास पुलिस लाइन आदि इलाकों में मंडरा रहे मधुमक्खियों के हमले के खतरे को लेकर लापरवाही नजर आ रही है। कमिश्नरी में कमिश्नर समेत तमाम प्रशासनिक आला अधिकारी बैठते हैं। चंद कदम की दूरी पर जनपद न्यायधीश व डीएम का आॅफिस है। स्टेडियम की बात करें तो वहां पास में ही डीआईजी का आफिस व आवास है। कुछ दूरी पर पुलिस लाइन में है जहां एसपी क्राइम व एसपी टैफिक के आॅफिस के अलावा लाइन में कई पुलिस अधिकारियों के आवास पर पुलिस परिवार रहते हैं। इतना कुछ होने के बाद भी कमिश्नरी स्थित नगरायुक्त कार्यालय के कैंप कार्यालय के पिछले हिस्से में बनी पानी की टंकी के पास बने मधुमक्खियों के छत्ते को हटाने के लिए कोई कार्रवाई नजर नहीं आ रही है। कमोवेश यही स्थिति स्टेडियम को लेकर भी बतायी गयी है।
हादसे के बाद टूटी सीसीएसयू की नींद
सीसीएसयू कैंपस में मधुमक्खियों के कई छत्त सालों से हैं। कैंपस के छत्तों की मधुमक्खियों के हमले में रिटाायर्ड जेई धर्मवीर की मौत के बाद सीसीएसयू प्रशासन को इसको लेकर ड्यूटी का ख्याल आया। अगर यही ड्यूटी पहले अंजाम दी गयी होती तो शायद आज धर्मवीर अपने परिजनों के साथ होते। उनकी मौत के लिए और कोई नहीं सिर्फ और सिर्फ सीसीएसयू प्रशासन की इस मामले में लापरवाही जिम्मेदार है। हादसे के बाद कैंपस में अब मधुमक्खियों को हटाने के नाम पर तमाम टंटे किए जा रहे हैं।

हमले में एक की मौत सौ घायल
मधुमक्खियों के हमलों में करीब सौ घायल हुए और धर्मवीर की मौत हुई। घायलों में सीसीएसयू के मेनगेट पर ड्यूटी करने वाले होमगार्ड जितेंद्र कुमार भी शामिल हैं। वन विभाग के वन दारोगा संजय चौहान भी कैंपस पहुंचे थे, लेकिन मुख्य कार्य रविवार को अंजाम दिया गया।
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