सार्थक सिटी के बीस परिवाराें में कोहराम,
मेडा के ध्वस्तीकरण नोटिस मिलने के भाग फिर रहे हैं भागे-भागे- मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण) से ध्वस्तीकरण के नोटिस मिलने के बाद बागपत रोड स्थित बागपत रोड स्थित सार्थक कालोनी के बाशिंदों की नींद उड़ी है। उनकी रातों की नींदऔर दिन का चैन मेडा के नोटिस ने छील लिया है। बागपत रोड से कोई जेसीबी यदि गुजरती है तो उन्हें लगता है कि उनका घर गिराने आ गयी है। एनएच-58 हाइवे के बागपत रोड फ्लाई ओवर के समीप सर्विस रोड से जा रहे रास्ते पर खेतों के बीच सार्थक सिटी व नंद वाटिका के नाम से अवैध कालोनी काट दी गयी है। इस कालौनी में करीब दो दर्जन आवासीय भवन हैं जिनमें बड़ी संख्या में ऐसे भवन भी हैं जिनमें जिस्म फरोशी के लिए बदनाम माने जाने वाले ओयो होटल खोल दिए गए हैं। कालोनी काफी पुरानी बसी हुई है।आबादी भी तेजी से यहां बढ़ रही है। तमाम लोगों ने इस कालोनी में मकान बनाने के लिए प्लाट भी खरीद लिए हैं। बड़े स्तर पर इस कालोनी में भवनों का अवैध निर्माण भी चल रहा है। लेकिन जुलाई माह में मेडा के जोनल अधिकारी के साइन से भेजे गए नोटिस के बाद यहां रहने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। अभी करीब दो दर्जन भवन स्वामियां को जिनमें सभी के भवन आवासीय है यह बात अलग है कि कुछ में ओयो होटल खोल कर वहां व्यवसायिक गतिविधयां की जा रही हैं, को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उनका भवन अवैध है। यदि भवन वैध है और उसका मानचित्र मेरठ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कराया गया है तो उसको तय तिथि के भीतर सक्षय अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जाए। अन्यथा भवन को अवैध निर्माण मानकर ध्वस्त कर दिया जाएगा। यह सर्वविदित है कि सार्थक सिटी कालोनी व नंद वाटिका कालोनी पूरी तरह से अवैध है। यहां के तमाम भवन अवैध रूप से बनाए गए हैं, यदि प्राधिकरण का प्रवर्तन दल यहां ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करता है तो तमाम वो लोग जिन्होंने जिंदगी भर की पूंजी लगाकर आशियना हो अपना यह सपना पूरा किया है तो उनका यह सपना एक ही झटके में टूट जाएगा। वहीं दूसरी ओर नोटिस मिलने के बाद लोगाें को समझ नहीं आ रह है क्या करें। यह तो तय है कि मेडा की नजर सार्थक सिटी पर पड़ गई है तो यहां पर जिनको नोटिस दिए गए हैं उनके मकान गिरेंगे, लेकिन बड़ा सवाल यही कि उस हालत में यहां रहने वाले कहां जाएंगे।
बिजली चोरी का मुकदमा
सार्थक सिटी सरीखे नंद वाटिका में तो केवल अवैध निर्माण का मामला भर नहीं है बल्कि यहां बिजली चोरी भी की जा रही है। बिजली चोरी के एक मामले में तो विश्वकर्मा बिजली घर के अवर अभियंता शुभम ने विनीत उज्जवल नाम के शख्स के खिलाफ जानी थाने में मुकदमा भी दर्ज करा दिया है। कुल मिला कर हालात बेहद नाजुक हैं। नोटिस व बिजली चोरी जैसे मामलों में मुकदमा दर्ज होने के बाद यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है।