छप्पन भोग में राधा कृष्ण की भक्ति में लीन भक्त, *महिलाओं ने काली पल्टन मंदिर में किया नृत्य




मेरठ। काली पल्टन मंदिर में स्थित राधा कृष्ण मंदिर में आयोजित छप्पन भोग में माहौल उस वक्त कृष्णमय हो गया जब महिलाओं ने कृष्ण भजन में जम कर नृत्य किया और फूल बरसाए।
जे पी ग्रुप की तरफ से आयोजित छप्पन भोग में शहर के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया और खुद को कृष्ण भगवान की भक्ति में डुबो दिया। जे पी ग्रुप की महिलाओं ने कई भजनों पर भावपूर्ण नृत्य किया। सुबह से ही मंदिर में अलग माहौल था। राधा कृष्ण की आकर्षक मूर्तियों के सामने हर कोई कृष्णमय लग रहा था। बिल्डर जय प्रकाश अग्रवाल, पिंकी अग्रवाल, अमन अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, अपार अग्रवाल, मोहिनी अग्रवाल ने इस छप्पन भोग का आयोजन किया था। भगवान को छप्पन तरह के व्यंजन परोसे गए थे। सब आपकी कृपा से काम हो रहा है भजन पार्श्व में गूंज रहा था। छप्पन भोग ने दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री यशवीर सिंह, संजीव किशोर गुप्ता तुषार गुप्ता, इति गुप्ता, इंदर गर्ग, आशीष बंसल राहुल अग्रवाल, अमित गर्ग आदि मौजूद थे। अरसे तक याद रहने वाले इस भक्तियुक्त कार्यक्रम के कर्ताधर्ता अमन अग्रवाल ने बताया कि भक्ति का ऐसा रंग जमा मानों श्रीधाम वृंदावन बस गया हो। किसी भी पल ब्रजरानी के दर्शन होंगे। वहां साक्षात श्रीराधा रानी और कान्हा जी के दर्शन सरीखा अहसास था। जेपी ग्रुप की ओर आयोजित की गयी इस भजन संध्या में जय प्रकाश अग्रवाल परिवार के तमाम सदस्य व रिश्तेदारों के अलावा तमाम जो अन्य लोग भारी संख्या में पहुंचे हुए थे उन सभी ने इस शानदार और प्रभु की भक्ति में मन को रंग देने वाले कार्यक्रम का आनंद लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी ने अमन व जेपी ग्रुप के मुखिया जय प्रकाश अग्रवाल जी की सरहाना और इसके लिए उनका आभार व्यक्त किया। तमाम हिन्दू समाज में यह धारण बन गयी है कि जेपी ग्रुप के जय प्रकाश अग्रवाल व अमन अग्रवाल जिस कार्यक्रम में होते हैं वह स्वयं अद्भुत बन जाता है जैसा कि आज प्रभु के छप्पन भोग का कार्यक्रम हुआ है। कार्यक्रम की सुंदरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, महानगर भाजपाध्यक्ष विवेक रस्तौगी, कमदत्त शर्मा और दर्जा प्राप्त मंत्री यशवीर सिंह मौजूद रहे। सभी अतिथियों का स्वागत अमन अग्रवाल ने किया।
प्रेमानंद महाराज को मानते राधा रानी का स्वरूप