मौत के बाद चीकू बढ़ला की फाइल बंद,
मेरठ/मेरठ के बहुचर्चित संजय गुर्जर व पवित्र मैत्रेय हत्या कांड के आरोपियों में शामिल रहे चीकू बढ़ला की चेन्नई में उपचार के दौरान मौत हो गयी। उसका नाम कई बडेÞ माफिया डॉन के साथ जुड़ा था। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास व रंगदारी सरीखे गंभीर अपराधों के कई मुकदमें दर्ज थे। उसकी मौत की खबर मिलने पर परीक्षितगढ के गांव आलमगिरपुर बढ़ला में भाजपा के कई नेता अफसोस जाहिर करने पहुंचे। चिराग उर्फ चीकू बढ़ला पूर्व प्रधान व डिग्री कालेज का अध्यक्ष भी रहा है। निधन की खबर लगने पर गांव व क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
काफी समय से था बीमार
वह काफी समय से लीवर आदि की बीमारी से ग्रस्त था और लीवर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती था। चिराग सिंह उर्फ चीकू बढ़ला का नाम जिला पंचायत सदस्य संजय गुर्जर की हत्या के बाद चर्चा में आया था। बदन सिंह बद्दो, भूपेंद्र बाफर का साथी रहे चीकू बढ़ला पर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी आदि के कई मुकदमे दर्ज थे। उसकी पत्नी अर्चना सिंह परीक्षितगढ़ ब्लाक के ग्राम आलमगिरपुर बढ़ला का प्रधान रह चुकी है। इसके अलावा वर्तमान में चीकू बढ़ला अपने गांव में खेती कर परिवार का पालन कर रहा था। वह राजनीति में भी सक्रिय था। परीक्षितगढ़ के गांधी स्मारक देवनागरिक डिग्री कॉलेज की प्रबंध समिति में चीकू बढ़ला अध्यक्ष था। परिजनों ने बताया कि करीब एक साल से चीकू का स्वास्थ्य काफी खराब चल रहा था। मेरठ में ईलाज से लाभ न होने पर उसे चेन्नई में लीवर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती कराया गया था। जहां उसका देहांत हो गया।
पवित्र मैत्रेय व संजय गुर्जर हत्या कांड में आरोपियों में था शामिल
बता दें कि पवित्र मैत्रेय हत्याकांड और संजय गुर्जर हत्याकांड में भी चीकू बढ़ला आरोपित था। थाने के हिस्ट्रीशीटर से लेकर गैंगस्टर एक्ट तक 23 मुकदमे उस पर दर्ज हैं। चीकू की पत्नी अर्चना पूर्व प्रधान रह चुकी है। करीबियों का कहना है कि साजिश कर उसे फंसाया गया था।