क्लाइमैक्स के एंड का इंतजार, महाराष्ट्र में आसन्न राजनीतिक संकट के क्लाइमैक्स के एंड का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। एकनाथ शिंदे के बगावती तेवरों और सीएम उद्धव ठाकरे के लगभग सरेंडर की मुद्रा में आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आगे क्या होगा। वहीं दूसरी ओर एनसीपी के खांटी नेता शरद पवार का प्रयास महाराष्ट्र की महाविकास अधाडी सरकार को बचाने का है। एनसीपी नेता का कहना है कि बंद कमरों में सरकारों के फैसले नहीं होते, बल्कि सदन के पटल पर गिनती से सरकारो का फैसला होता है। एनसीपी ने महाराष्ट्र प्रकरण के लिए भाजपा को कसूरवार ठहराते हुए कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में वोट के लिए भाजपा ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को अस्थिर किया है। लेकिन वह इस सरकार को गिरने नहीं देंगे। एनसीपी का दावा है कि ज्यादातर विधायक महाविकास अधाडी के साथ हैं। एक नाथ शिंदे केवल भाजपा का मोहरा भर हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुड खडगे ने भी भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि विपक्ष की एक भी सरकार बची रहे। जो कछ भी महाराष्ट्र में अब तक सामने आया है, उसके लिए सिर्फ भाजपा ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि केवल महाराष्ट्र में ही नहीं पूरे देश में भाजपा जा रही है।भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रखकर देश के तमाम राज्यों में भाजपा ने सरकारों बनायी हैं।इसके लिए भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त करती है। भाजपा को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। सरकार बनाने के नाम पर भाजपा केवल हार्स ट्रेडिंग करती है। मध्य प्रदेश, गोआ, असम समेत देश के आधा दर्जन से ज्यादा ऐेसे राज्य हैं जहां भाजपा ने उस पार्टी के विधायकों को खरीदा है, जिनके खिलाफ उन्होंने चुनवाब लड़ा। लेकिन भाजपा की इस साजिश को इस बार सफल नहीं होने दिया जाएगा। सदन से लेकर सड़क तक भाजपा की करतूत का विरोध किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर जानकारों की मानें तो आज महाराष्ट्र में कुछ बड़ा घट सकता है। क्या घटेगा उसका शाम तक इंतजार करना होगा।
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