कंट्रोल नहीं: चुनाव में अभी तो डेमेज ही डेमेज, मेरठ नगर निगम महापौर के चुनाव में बसपा व कांग्रेस के चुनाव को देखकर अभी तक केवल डेमेज ही डेमेज नजर आता है, इस डेमेज कंट्रोल की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है। वहीं दूसरी ओर यदि चुनाव की बात की जाए तो भाजपा व सपा-रालाेद गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए पसीना बहाने वालें भी मान रहे हैं कि इस बार मुकाबला कड़ा है, इसलिए मेहनत ज्यादा करनी होगी। वहीं दूसरी ओर यदि सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी की बात की जाए तो सरधना विधायक प्रत्याशी पति पर संगठन से तालमेल न बनाए रखने के आरोप तथा पार्टी कार्यालय के घटनाक्रम के बाद इसके साइड इफैक्ट की बात से संगठन चलाने वाले इंकार नहीं कर रहे हैं। उनके पास इस बात का भी कोई माकूल जवाब नहीं कि मेरठ में दलित चेहरा माने जाने वाले पूर्व विधायक योगेश वर्मा कहां हैं। इसके अलावा संगठन भी हाशिए पर नजर आता है। गठबंधन प्रत्याशी का पूरा चुनाव सरधना विधायक एंड टीम के हाथ में नजर आता है, चुनाव में इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर 8 मई को सपा सुप्रीमो का रोड शो कराकर नुकसान की भरपाई कराने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही यह भी कि अखिलेश के मेरठ आने के बाद सपा के जो नेता अब तक कन्नी काटते नजर आ रहे हैं उनके लिए भी भले ही दिखावे के लिए सही चुनाव में लगने की मजबूरी हो जाएगी। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मेरठ में रोड शो के कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। अखिलेश यादव आठ मई को मेरठ में रोड शो करेंगे। इससे पहले यह कार्यक्रम नौ मई को था। सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह ने बताया कि आठ मई को दोपहर एक बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव परतापुर हवाई पट्टी पहुंच जाएंगे। वहां से कार द्वारा लिसाड़ी गांव पहुंचेंगे। लिसाड़ी गांव से साईकिल द्वारा रोड शो शुरू करेंगे। लिसाड़ी गांव से लिसाड़ी रोड से होते हुए भूमिया का पुल, गोला कुआं, इस्लामाबाद, कांच का पुल तक रोड शो करेंगे। हालांकि जिलाध्यक्ष ने बताया कि लखीपुरा से होते हुए फतेउल्लापुर और 60 फुटा रोड तक कार्यक्रम भेजा गया है। लेकिन कांच का पुल तक रोड शो रहेगा या आगे जाएगा इस पर चर्चा चल रही है। सपा विधायक पर मुकदमा: सपा विधायक व प्रत्याशी पति अतुल प्रधान पर चुनाव संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है। दरअसल कंकरखेड़ा में सरधना विधायक अतुल प्रधान के रोड शो के दौरान आतिशबाजी की गई। इस पर विधायक व समर्थकों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया। सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया कि रोड शो के दौरान युवक कारों की छतों और खिड़की से बाहर खड़े हुए थे।
कांग्रेस-बसपा-आप के चुनावी रंग का इंतजार
महापौर के चुनाव में यूं तो सभी मुख्य मुकाबला भाजपा व सपा-रालोद गठबंधन के बीच मान रहे हैं, लेकिन इसके इतर कांग्रेस के नसीम कुरैशी, बसपा के हसमत मलिक व आप की ऋचा सिंह भी महापौर के लिए चुनावी महासमर में उतरी हैं, लेकिन इनके चुनाव पर अभी रंग चढ़ने का इंतजार किया जा रहा है। बसपा प्रत्याशी के लिए इन दिनों सोशल मीडिया मुसीबत बना हुआ है। सोशल मीडिया पर बसपा प्रत्याशी को लेकर कई बार चुनाव के लिए मुसीबत साबित होने वाली चीजे वायरल हो रही हैं। इससे चुनाव में हो रहे डेमेज को बसपा प्रत्याशी अभी कंट्रोल करते नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि दलित व मुसलमानों के बूते चुनावी नइया पार लगाने का प्रयास है, लेकिन 8 मई को सपा सुप्रीमो का मेरठ में रोड शो मुसलमानों को लेकर बसपा प्रत्याशी को बड़ा झटका दे सकता है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के चुनाव की बात की जाए तो कांग्रेसी बजाए चुनाव लड़ने के अभी तो आपस में भी भिड़े हुए हैं। जो लोग पूर्व के चुनाव में पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए हाथ पढ़ाते रहे हैं, सुनने में आ रहा है कि कई बार आग्रह किए जाने के बाद भी उन्होंने तिजोरी खोलने से साफ मना दिया है। ऐसे कई लोगों को फोन काल्स की गई थीं, लेकिन बात नहीं बनीं। इससे भी चुनाव में डेमेज होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता।