सूचना नहीं दे रहे निगम अफसर-
सूचना नहीं दे रहे निगम अफसर-प्रमुख सचिव से शिकायत
मेरठ। जन सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गई सूचना ना दिए जाने के चलते आरटीआई एक्टिविस्ट ने प्रमुख सचिव नगर विकास से शिकायत की है। प्रमुख सचिव नगर विकास को भेजे गए पत्र में आरटीआई एक्टिविस्ट पुनीत शर्मा ने कहा है कि नगर आयुक्त के व्हाट्सएप नंबर 8395881802 और नगर आयुक्त नगर निगम की मेल आईडी पर निर्माण विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की थी जिसकी प्रतिलिपि आपको ईमेल के द्वारा भेजी गई थी। नगर निगम मेरठ के निर्माण विभाग ने जो निविदा 8 सितंबर 2024 को निर्माण विभाग के पत्र संख्या 6040/6041/6042
सानिवि/24
तीन अलग-अलग टेंडर नोटिसों के द्वारा निविदा मांगी गई थी और 9 नवंबर को निर्माण विभाग के पत्र संख्या 6168/सानिवि/24 के द्वारा निविदा मांगी गई थी जो नहीं दी गयी। पत्र में उन्होंने निगम निर्माण विभाग द्वारा जो निविदा आॅनलाइन आमंत्रित की थी सभी की अपलोड की गई एस्टीमेट की प्रमाणित प्रतिलिपि दिलाए। सभी निविदाएं जो स्वीकृत की गई है सभी निविदाओं के नगर आयुक्त द्वारा स्वीकृति आख्या की प्रमाणित प्रतिलिपि दिलाए। स्वीकृत आख्या पर प्रत्येक निविदा के अनुसार जिस जिस अधिकारी द्वारा निविदा स्वीकृति आख्या पर हस्ताक्षर किए गए हैं सभी अधिकारियों के नाम व पदनाम भी बताएं। प्रत्येक निविदा में जो एस्टीमेट बनाए गए थे जिन पर निविदा आमंत्रित की गई थी उनमे जिन जिन अधिकारों द्वारा जो एस्टीमेट स्वीकृत किए गए हैं प्रत्येक निविदा के नाम के अनुसार प्रत्येक अधिकारी का नाम व पदनाम बताएं। मांगी गई निविदाओं पर जिन मुख्य अभियंता द्वारा स्वीकृति दी गई उनका नाम और पदनाम बताएं। निविदा होने के बाद निविदा को स्वीकृत हेतु नगर आयुक्त को भेजे जाने वाली आख्या पर जिन मुख्य अभियंता द्वारा स्वीकृति दी गई उनका भी नाम और बदनाम बताए। सूचनाओं को जल्द से जल्द जन सूचना अधिकार नियम के अंतर्गत समय सीमा में मुझे दिलाई जाए। पुनीत शर्मा ने पत्र में कहा है कि उक्त मामलों में करोड़ों रुपए का घपला हुआ है इनकी जांच करना अति आवश्यक है इसलिए सूचना उपलब्ध कराने के साथ-साथ यदि संभव हो सके तो सभी निविदाओं की जांच कराई जाए।