मेरठ/ ब्रह्मपुरी थाना के माधवपुरम सेक्टर-1 इलाके में बुधवार की दोपहर को बीस स्कूली बच्चों को छूकर मौत गुजर गयी। दरअसल इस इलाके में बिजली का पूरी तरह से नीचे से गल चुका खंभा एक स्कूली बस पर अचानक जहं ड्राइवर होता है वहां उखड़कर आ गिरा। जिस वक्त यह हादसा हुआ खंभा के तारों में करंट प्रवाहित हो रहा था। जैसे ही बस पर खंभा गिरा चालक ने तुरंत संभलते हुए ब्रेक मारकर बस रोक दी। बस पर गिरे खंभे के तारों से चिंगारियों के रूप में मौत बस पर झड़ रही थी। जैसे ही बच्चों को पता चला कि खंबा गिर गया है वो मदद के लिए चींखने चिल्लाने लगे। कुछ तेजी से बस से उतकर सड़क पर दौड़े। इस बीच इस भीड़ वाले इलाके में बस लोगों ने देखा कि बस पर बिजली का खंबा गिरा है और लाइन चालू है तो वो मदद को दौडेÞ। इस बीस में बीस बच्चों के अलावा चालक परिचालक व टीचर भी सवार बताए जा रहे हैं। आसपास के लोगों ने सबसे पहले सभी बच्चों व बस में सवार अन्य को सुरक्षित निकालने का काम किया। उन्हें संभाला। बस को पूरी तरह से खाली कर दिया गया। इलाके के बिजली कर्मचारियों को कॉल कर इस इलाके की बिजली की सप्लाई को बंद कराया।हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
बिजली विभाग की जानलेवा लापरवाही, हाइटेंशनल लाइनों वाला खंभा गिरी स्कूली बस पर, स्कूली बस में सवार बच्चे जान बचाने को चींखते चिल्लाते उतरकर भागे, इलाके के लोग कई बार खस्ता हाल खंभे की कर चुके थे बिजली विभाग के अधिकारियों से कर चुके हैं शिकायत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस जैसे ही सेक्टर-1 के पास से गुजर रही थी, तभी सड़क किनारे लगा एक पुराना और जर्जर बिजली का खंभा अचानक टूटकर बस की छत पर जा गिरा। खंभा गिरते ही उसमें से चिंगारियां निकलने लगीं। यह देखकर आसपास मौजूद स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बिना देर किए बच्चों को बस से बाहर निकाला।
इस बीच बिजली विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।। कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिजली सप्लाई को बंद किया और खंभे से जुड़े बिजली के तारों को काटकर स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद बस को वहां से हटाया गया।लोगों और बस चालक की समझदारी और फुर्ती से बड़ा हादसा टल गया। यदि बिजली का करंट बस में उतर जाता, तो बच्चों की जान खतरे में पड़ सकती थी। इस घटना ने नगर निगम और बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया है, क्योंकि खंभा काफी पुराना और झुका हुआ था, जिसकी शिकायतें पहले भी की जा चुकी थीं। घटना की जानकारी मिलते ही तमाम बच्चों के परिजन रोते बिलखते हुए मौके पर पहुंच गए। बच्चों को सही सलामत देखकर उन्होंने राहत की सांस ली। आसपास के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में लगे सभी पुराने और जर्जर खंभों को तत्काल बदलवाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
मेरठ में क्यों गायब हो रही हैं बच्चियां