सदर जैन समाज में गहरी नाराजगी,
मेरठ सदर सदर दुगार्बाड़ी स्थित 1008 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर पर अवैध रूप से बगैर चुनाव कराए काविज रहने वालों के खिलाफ तमाम जांचें पूरी होने के बाद भी कार्रवाई में हो रही देरी को लेकर सदर जैन समाज में गहरी नराजगी है। लोगों का कहना है कि इस मामले में जांच में जो कूसरवार सामने आए हैं उनके खिलाफ देरी मसलन एफआईआर व गिरफ्Þतारी सरीखी कार्रवाई में देरी से बड़ा नुकसान है। जैन समाज का कहना है कि जिस प्रकार से मंदिर के पंच बने और बाद में इन पंचों ने अपनी गर्दन फंसते देखकर मंदिर मौजूद होकर की गई तमाम कार्रवाई से जिस प्रकार से एक ही झटके में पल्ला झाड़ लिया और लीपापोती में लग गए, उसके बाद किसी प्रकार की जांच की कोई गुंजाइश नहीं रह गयी थी। इसके बाद तो होन यह था कि पुलिस सीधी कार्रवाई करती। इसे मामले में एडीजी आॅफिस के आदेश पर सीओ सदर की जांच पूरी हो चुकी है। यहां तक कि डिप्टी रजिस्ट्रार अपनी रिपोर्ट सीओ सदर को भेजकर यह कह चुके हैं कि प्रकरण में कसूरवारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिनके बयान होने थे, वो बयान भी हो चुके हैं। फिर कहां और क्यों कसूरवारों पर एफआईआर में देरी की जा रही है।
हालांकि सूत्रों ने जानकारी दी है कि इसमें देरी जैसी कोई बात नहीं है। किसी भी समय कसूरवारों पर एफआईआर हो सकती है। इसकी पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस के आला अफसर भी यह मान रहे है कि मंदिर से जुड़ा यह मामला बेहद गंभीर है। मंदिर से सदर जैन समाज के लोगों की आस्था जुड़ी है। इसमें देरी किया जाना मुनाबित नहीं रहेगा।