देहदान पर मेडिकल में वर्कशॉप, एलएलआरएम मेडिकल मेरठ में देहदान के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए एक वर्कशाप का आयोजन शुक्रवार को किया गया। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया की महृषि दधीचि सेवा समिति मेरठ द्वारा को लाला लाजपतराय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ में निम्न विषयों- देह दान, अंग दान, नेत्र दान, त्वचा एवम हड्डी दान पर मेडिकल में जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चेयरमैन भारत विकास परिषद डॉ राकेश अग्रवाल मेरठ ने की। कार्यक्रम का संयोजन डा प्रीति सिन्हा तथा संचालन डा विदित दीक्षित ने किया। डॉ अलोक शर्मा एवम श्री राकेश अग्रवाल ने देह दान अंग दान के विषय में विस्तार से बताया। डॉ अनलजीत सिंह सचिव उडारी फाउंडेशन ने भी देह दान पर प्रकाश डाला । मेडिकल कालेज के शरीर रचना विभाग की आचार्य एवम विभागाध्यक्ष डा प्रीति सिन्हा ने एम बी बी एस तथा एम डी के सभी छात्र छात्राओं को भविष्य में देह दान के लिए जागरूक करने के लिए बख्यान दिया. प्रधानाचार्य डॉ आरसी गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि सभी चिकित्सकों, सभी छात्र, छात्रओ को को देह दान और अंग दान के विषय में जागरूक होना चाहिए। मानव अंग जैसे कि किडनी, लीवर, हृदय आदि व्यक्ति के ब्रेन डेड होने पर दान दिया जा सकता है परंतु नेत्र दान मृत्यु के पश्चात गर्मी के मौसम में 4 घंटे तथा शर्दी में 6 घंटे के भीतर ही कर देना चाहिए। देह दान एक महा दान है निश्चित ही यह मरणोपरांत किया जाता है जिस व्यक्ति ने जीवित रहते देह दान का संकल्प लिया हो उसके तीमारदारों की जिम्मेदारी होती है मेडिकल कालेज को सूचित कर देह दान की प्रक्रिया को पूरा करना। भारत में मान्य सभी 7 धर्म के पवित्र धर्म ग्रंथों में उल्लेखित है कि अंग दान तथा देह दान एक पवित्र एवम पुनीत कार्य है। लेकिन सामाजिक रूढ़ीवादिता के कारण हम अंग दान एवम देह दान नहीं करते हैं। मैं आम जनमानस से अपील करता हूं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय शिक्षण एवम प्रशिक्षण के लिए समाज के लिए कौशल युक्त प्रशिक्षित चिकित्सक रूपी मानव संपदा के निर्माण के लिए आप निर्भीक एवम निडर हो कर अंग दान एवम देह दान करें। डॉ आर सी गुप्ता ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु डा प्रीति सिन्हा, डॉ विदित दीक्षित तथा समस्त शरीर रचना विभाग को बधाई दी। इस अवसर पर डॉ मोनिका शर्मा, डॉ राजकुमार गोयल, डा वीडी पाण्डेय, डॉ प्रेम प्रकाश मिश्रा, डॉ केतु चौहान, डॉ कपिल, डा शिखा, डा निर्मल सिंह एवम एम बी बी एस के छात्र छात्राएं एवम शरीर रचना विभाग के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।