DAV में आर्य समाज का देव यज्ञ

DAV में आर्य समाज का देव यज्ञ
Share

DAV में आर्य समाज का देव यज्ञ, आर्य समाज थापर नगर द्वारा आयोजित चार दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम के अंतर्गत तृतीय दिवस का प्रातःकालीन कार्यक्रम डी ए वी पब्लिक स्कूल शास्त्रीनगर मेरठ में संपन्न हुआ।  कार्यक्रम का शुभारंभ देव आचार्य सत्य प्रकाश शास्त्री के ब्रह्मास्त्र में देव यज्ञ से हुआ,  जिसमें सभी यजमानों ने अत्यंत श्रद्धापूर्वक यज्ञ में आहुति दी।  कार्यक्रम का संचालन करते हुए आर्य समाज ठाकुर के प्रधान राजेश सेठी ने कहा की इस विद्यालय की स्थापना विद्यार्थी पंडित गुर्जर विद्यार्थी महात्मा हंसराज स्वामी श्रद्धानंद लाला लाजपत राय के द्वारा महर्षि स्वामी दयानंद के देहांत के पश्चात उनके इस्मार्ट के रूप में की गई थी जिससे महर्षि दयानंद की चिंतन विचारधारा एवं शिक्षाएं आने वाली पीढ़ी को अनुवांशिक करती रहे पंडित गुर्जर विद्यार्थी ने धर्म संग्रह करने हेतु अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया लाल लाजपतलाल महात्मा हंसराज जी ने संपूर्ण जीवन बिना किसी मिशन के इस विद्यालय के प्रधानाचार्य का कार्य हर संभाल मैथिली स्वामी समारोह के अवसर पर हम आज विश्वविद्यालय में आर्य समाज ठाकुर नगर के बीच प्रचार के माध्यम से उन्हें नई नई पीढ़ी को वेद का संदेश देने के लिए यहां उपस्थित हुए हैं।

अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भजनोपदेशक पंडित दिनेश पथिक ने अपनी मधुर स्वर में ईश्वर भक्ति के गीत सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया।देशभक्ति के गीत “भारत मां शेरावाली है।इसके शेरों की दुनिया में शान निराली है।।” सुनाकर सभी के हृदय में देशभक्ति की भावना का संचार कर दिया। सु ख्यातिप्राप्त आर्य विद्वान आचार्य हरिप्रसाद जी ने DAV शब्द की व्याख्या करते हुए बताया ,इसके मध्य का A शब्द आंग्ल शिक्षा का दर्शन करता है परंतु यह महर्षिदयानन्द एवं वेद की सीमा से बाहर नहीं जाना चाहिए तभी यह हमारे लिए लाभकारी होगा ।मानव निर्माण के दूसरों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा की हमें जीवन में साहसी बनना चाहिए जानकारी के साथ-साथ हमें अच्छे विचारों से प्रेरणा भी लेनी चाहिए। गायत्री मंत्र में ईश्वर भक्ति एवं सद्बुद्धि की प्रार्थना करते हैं। अपनी विशिष्ट शैली में विद्यार्थियों को जीवन निर्माण एवं कार्य शक्ति बढाने एवं व्यक्तित्व इससे शरीर मन एवं बुद्धि भी सक्रिय एवं तीव्र करने की प्रेरणा दी।साहस एवं स्वाध्याय भी हमें श्रेष्ठ मानव बनाने में सहयोग करता है।संयोजन करते हुए राजेश सेठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस विद्यालय की स्थापना विद्यार्थियों को संस्कार एवं नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने हेतु हुआ था।मात्र साक्षर होना नही अपितु जिससे चारित्रिक उन्नति हो एवं बालक का समग्र विकास हो। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आचार्य डाक्टर वाचस्पति ने कहा विश्व को समस्त ज्ञान विज्ञान भिरत से प्राप्त हुआ है इसलिए भारत विश्वगुरु कहलाता है। केन्द्रीय आर्य समिति के प्रधान सत्यपाल मैहदीरत्ता एवः मंत्री रविंद्र सिंह ने प्रधानाचार्य डाक्टर अर्पणा जैन को स्मृति चिह्न भेंट किया।विद्यालय की और से डाक्टर प्रधानाचार्य डाक्टर अर्पणा जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। संपूर्ण कार्यक्रम क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर अल्पना शर्मा जी मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। राजेश सेठी, प्रीति सेठी,इन्दिरा सिंह, कैलाश सोनी,  प्रेमलता मक्कड़, आनन्द प्रकाश त्यागी,  दीपक आर्य,  सुदर्शन जी , मनीष शर्मा राकेश ओबरॉय, अशोक सुधाकर सुशील बंसल,सत्यपाल सिंह, डॉक्टर आर पी सिंह ,योगेशमुवार, सोमपालगोस्वामी,एवं विद्यालय के अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।

@Back Home


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *