डॉयल 112 नो टेंशन डीआईजी हैं ना,
मेरठ/डायल-112 के तैनात होने वाले स्टाफ को लेकर डीआईजी कलानिधि नैथानी ने व्यापक बदलाव किए हैं। माना जा रहा है कि डीआईजी के इस आदेश के बाद अब डायल 112 को लेकर जो शिकायतें थीं, वो भी दूर हो जाएंगी। डीआईजी ने कहा कि डायल 112 में आरओआईपी में एक उपनिरीक्षक की शिफ्टवार (24/7) ड्यूटी पर नियुक्त रहें, जो आने वाली सूचना का निकट पर्यवेक्षण करे एवं महत्वपूर्ण सूचना के बारे में सीसीआर/डीसीआर के साथ-साथ चौकी प्रभारी, थाना प्रभारी, सीओ, एडिशनल एसपी एवं एसएसपी को भी तत्काल अवगत कराए। सूचना पर पीआरवी तुरंत पहुंचे। एक वर्ष से एक ही सर्किल की पीआरवी पर नियुक्त स्टाफ का सर्किल बदला जाए। छ: माह से एक ही थाने की पीआरवी पर तैनात स्टाफ का थाना बदला जाए। रिजर्व में एक ही कर्मी एक सप्ताह से अधिक न रखा जाए तथा रिजर्व से बार-बार एक ही हाईवे/सर्किल/थाना में न लगाया जाए। किसी भी कर्मी को ऐसे थानों की पीआरवी में नियुक्त न किया जाये जिन थानों में वह यूपी-112 की नियुक्ति से पूर्व तैनात रहा हो।
पेंशनर्स के साथ गोष्ठी:
डीआईजी ने प्रत्येक थाने पर पेंशनर्स की नियमित गोष्ठी तथा बीट आरक्षी की बीट बुक में पेंशनर्स का विवरण अंकित करने को कहा। पेंशन प्रकरणों को मुख्यालय भेजने, समस्याओं के त्वरित निस्तारण व पेन्शनर्स मासिक गोष्ठी के भी निर्देश दिए।
डीआईजी ने प्रत्येक थाने पर पेंशनर्स की नियमित गोष्ठी तथा बीट आरक्षी की बीट बुक में पेंशनर्स का विवरण अंकित करने को कहा। पेंशन प्रकरणों को मुख्यालय भेजने, समस्याओं के त्वरित निस्तारण व पेन्शनर्स मासिक गोष्ठी के भी निर्देश दिए।