


मेरठ। रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी अपराध नियंत्रण तथा बेहतर व शानदार पुलिस के लिए प्रदेश भर में अपने नए-नए प्रयोगों के लिए खास पहचान बना चुके हैं। शायद यही वजह है कि कलानिधि नैथानी के नाम से रेंज में अपराधी यदि कांपते हैं या फिर जिला छोड़कर चले जाते हैं तो पुलिस वाले चौबीस घंटे अलर्ट मोड पर रहते हैं। वो जानते हैं ना जाने कब डीआईजी नैथानी से सामना हो जाए। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को हुआ जब डीआईजी नैथानी अचानक बुलन्दशहर भ्रमण के दौरान दोपहर बाद आकस्मिक रूप से थाना डिबाई पहुंचे गए। उन्होंने थाना डिबाई का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। सबसे पहले थाना परिसर, मैस, बैरक व कार्यालय को चैक किया तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया गया। इसके बाद थाना अभिलेखो को चैक किया गया एवं लम्बित विवेचनाओ की समीक्षा की गयी। निरीक्षण के दौरान एसएसपी बुलन्दशहर श्री दिनेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी डिबाई श्री शोभित कुमार सहित थाना प्रभारी आदि मौजूद रहे, उपस्थित अधिकारी/कर्मचारीगण को बेहतर पुलिसिंग को लेकर खास टिप्स भी दीं।
अपराधी खाते हैं नाम से खौफ, पुलिस वाले हर घड़ी रहते मुस्तैद, बुलंदशहर भ्रमण के दौरान अचानक चैकिंग के लिए पहुंच गए थाना डिबाई
उन्होंने कहा कि बताया कि थाने का अपराध रजिस्टर चैक कर विवेचनाओ की समीक्षा की गयी कुल 89 विवेचना लम्बित है जिनके गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करें। विवेचनाओ के सम्बन्ध मे पर्यवेक्षण अधिकारी द्वारा लगाये जाने वाले एतराज रजिस्टर नं चार मे भी चस्पा किये जाये। 6 माह से अधिक की लम्बित विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण व अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के तथा महिला सम्बन्धी अभियोगों में त्वरित कार्यवाही के साथ शीघ्र निस्तारण व शासन की प्राथमिकताओ मे से एक आईजीआरएस प्रणाली पर प्राप्त शिकायतो की जांच हेतु सम्बन्धित जांच अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर गुणवत्ता के आधार पर जांच करे, फोन द्वारा व थाने पर ही बैठकर जांच रिपोर्ट प्रेषित न करे। थाने पर आईजीआरएस रजिस्टर व साईबर हैल्प रजिस्टर को चैक कर शीघ्र ही लम्बित चल रहे पत्रो के गुणवत्ता के साथ निस्तारण कर रैकिगं मे सुधार हेतु निर्देश दिये। महिलाओं/बच्चों एवं जघन्य अपराधों में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध एचएस/गुण्डा/ गैंगेस्टर आदि की प्रभावी कार्यवाही को कहा। साथ ही वर्तमान समय में साइबर ठग नये नये तरीके अपनाकर अपराधों को अंजाम दे रहें है, ऐसे अपराध जैसे इन्टरनेट अरेस्ट, स्क्रीन शेयरिंग, किसी पुलिस अधिकारी की जांच के नाम पर, केवाईसी अपडेट्स आदि की जानकारी रखने के साथ ही किसी के साथ साइबर अपराध घटित हो जाने पर तत्काल स्थानीय पुलिस/साईबर थाना अथवा 1930 पर तत्काल सूचना देने हेतु जागरूक करें। रोडवेज बसे बहुत तेजी से चलती है, ड्राईवर बस को मानक गति के अनुसार चलाये, इस सम्बन्ध मे बस स्टैण्ड पर अनाउन्स कराये। सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिये गये साथ ही आदेशित किया कि इस समय लोग भ्रामक सूचनाओं एवं अफवाहों से बचें। किसी भी प्रकार की संजीदा इन्फॉरमेशन सोशल मीडिया पर साझा ना करें एवं विभिन्न विभागों द्वारा जारी की जा रही गाइडलाइंस का पालन करें तथा मॉक ड्रिल आदि को गंभीरता से लें।
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