साइबर अपरध मामलों पर मेरठ रेंज के DIG बेहद गंभीर है। साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए DIG के निर्देश पर रेंज की पुलिस अब तक 649 मामले दर्ज कर चुकी है। DIG रें कलानिधि नैथानी का कहना है कि जब कोई मुकदमा दर्ज होता है तो उसमें या तो अपराधी जेल जाता है या फिर मामला बंद होता है। बीच में विवेचना कभी नहीं छाेड़ी जाती है। पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने बताया कि डिजिटल युग के बढते दौर मे साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ा है, जिसकी रोकथाम के लिये विभिन्न उपाए किये जाते रहे हैं उसी के क्रम में ग्रह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा NCRP पोर्टल का गठन किया गया है जो पीड़ितो को ऑनलाइन शिकायत करने की सुविधा प्रदान करता है, जिस पर विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन साइबर फ्रॉड/ ठगी के शिकार हुए व्यक्ति द्वारा सीधे शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। कोई भी नागरिक साइबर ठगी के मामलो मे NCRP पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करा सकता है।

पोर्टल से प्राप्त साइबर फ्रॉड से सम्बन्धित शिकायतो पर कार्यवाही करते हुए परिक्षेत्र के जनपदो मे 01 जनवरी से अब तक 649 अभियोग पंजीकृत किये गये है, जिनमे जनपद मेरठ मे 176, बुलन्दशहर मे 294, बागपत मे 83 व हापुड मे 96 एफआईआर दर्ज हुई हैं। पंजीकृत किये गये अभियोगो/ शिकायतो मे पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पीडितो से ठगी की गयी धनराशि काफी मामलो मे उनके बैंक खातो मे वापस करायी गयी है तथा विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान साक्ष्य जुटा कर साइबर ठगी करने वाले अभियुक्तो की पहचान कर उन्हे सलाखो के पीछे भेजा गया है।
राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर कार्य करने और जनता को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए डीआईजी द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश….
DIG नैथानी ने बताया कि उन्होंने रेंज की पुलिस को निर्देश दिए हैं कि शासन द्वारा चलाये जा रहे साइबर जागरुकता अभियान को थाना प्रभारी गम्भीरता से ले, थाने पर साइबर मामलो के लिए एक प्रशिक्षित टीम साइबर हेल्प डेस्क पर रहे। साइबर टीम द्वारा नियमित रुप से स्कूल/कालेज, बस स्टैण्ड व ग्राम मे जाकर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) के बारे में व साइबर अपराधों, जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, हैकिंग, फिशिंग के संबंध में जनता को जागरुक किया जाये। थानो पर NCRP पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतो को प्रतिदिन सम्बंधित जांच अधिकारी से जांच कराकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाये तथा थाना प्रभारी स्वंय पोर्टल की मानिटिंरिग करे। इसके लिये जनपदीय स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करे। थाने पर आने वाले व्यक्तियो को फिशिंग, पासवर्ड सुरक्षा और सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के बारे में बताया जाये। तथा हेल्पलाइन नम्बर 1930 का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराये ।
DIG की अपील बरतें सतर्कता
व्यक्तिगत सतर्कता एवं आम जन से अपील करते हुए DIG नैथानी ने कहा है कि सभी खातो के लिये जटिल पारवर्ड का उपयोग करें। अज्ञात प्रेषको से प्राप्त संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, ऐसे ईमेल से सावधान रहे जो वास्तविक होने के बजाए बहुत अच्छे लगते हो या संवेदनशील जानकारी मांगते हो। सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी गोपनीयता सेटिंग की समीक्षा करें जिससे यह नियंत्रित किया जा सके की कौनसी जानकारी सार्वजनिक रुप से साझा की जाये। अपने मोबाइल डिवाइस को मजबूत पासवर्ड से सुरक्षित रखें फिंगरप्रिन्ट या चेहरे की पहचान जैसे बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करने पर विचार करें। ऑनलाइन, विशेषकर सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली जानकारी के प्रति सतर्क रहें तथा बैंक खाता संख्या पता या जन्मतिथि जैसी संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें। DIGने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिये व्यक्तिगत सतर्कता बहुत आवश्यक है ऐसा करने से हम अपने आप को साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं। साइबर सुरक्षा के प्रति लोगो को जागरुक करने व NCRP पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) एवं हेल्पलाइन नंबर 1930 का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा प्राप्त शिकायतों में तत्परता से कार्यवाही करने हेतु परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस को निर्देश दिये गये हैं।
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