जांच में देरी पर DIG सख्त,
छह माह से ज्यादा कोई जांच लटकी तो नपेगा विवेचक
मवाना थाना के निरीक्षण को पहुंचे डीआईजी लोगों से भी मिले
केस की विवेचना में देरी पर एसएसपी स्वयं ले केस का संज्ञान
मेरठ/विवेचना के नाम महीनों तक फरियादियों को घुमाने वाले विवेचकों की खैर नहीं। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने दो टूक कहा है कि विवेचना छह माह में निपटायी जाए। यदि कोई विवेचना लंबित है तो एसएसपी स्वयं उसका संज्ञान लें। शनिवार को डीआईजी नैथानी थाना मवाना के निरीक्षण को पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इलाका घूमा और लोगों से भी रूबरू हुए। डीआईजी को अपने बीच पाकर लोग खुश थे। निरीक्षण के दौरान रजिस्टर नं.-4 चेक कर लम्बित विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण व अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी व महिला सम्बन्धी अभियोगों में त्वरित कार्यवाही व शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। हत्या, लूट, डकैती, गैंगरेप, गौ तस्करी, वाहन चोरों, मादक पदार्थ तस्करों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्यवाही करने तथा गैंगस्टर के अभियुक्तों के विरूद्ध धारा 14 (1) अंतर्गत संपत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही थाना परिसर को साफ सुथरा रखने की हिदायत दी।
उन्होंने अपराधियों पर कार्यवाही तथा आगामी क्रिसमस, नववर्ष आदि को सकुशल सम्पन्न कराने व शासन एवं उच्चाधिकारियों द्वारा प्राप्त दिशा-निदेर्शों का अक्षरश: अनुपालन किये जाने के निर्देश के साथ ही त्यौहार रजिस्टर का अवलोकन कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया ।
साइबर क्राइम पर करें जागरूक
डीआईजी ने कहा कि वर्तमान में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से सामने आ रही हैं। साइबर अपराधी नये नये तरीके अपनाकर जैसे डिजिटल अरेस्ट, इन्टरनेट अरेस्ट, स्क्रीन शेयरिंग, जांच ऐजेंसी व पुलिस अधिकारी के नाम पर धमकाना, केवाईसी अपडेट्स आदि को लेकर पब्लिक को जागरूक करें। साइबर अपराध घटित हो जाने पर तत्काल स्थानीय पुलिस साइबर थाना अथवा 1930 पर तत्काल सूचना देने हेतु जागरूक करें।
लोगों से हुए रूबरू
निरीक्षण के उपरांत डीआईजी नैथानी ने कस्वा मवाना के बस स्टैण्ड, मेन बाजार, तहसील तिराहा आदि का पुलिस बल के साथ पैदल गश्त किया गया। भ्रमण के दौरान लोगों से भी मिले। उनकी बातें सुनीं। कुछ ने नंबर भी मांगे। उन्हें मोबाइल नंबर दिया। लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।