FIR में देरी पर DIG ने कसे पेंच,
मेरठ/पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा लिखने में नाक मुंह सिकौड़ने वाले थानेदारों की अब खैर नहीं है। रेंज के ऐसे थानेदार अब डीआईजी नैथानी के रडार पर रहेंगे। गुरूवार को अपराध गोष्ठी में डीआईजी ने दो टूक हिदायत दी है कि मुकदमा पंजीकरण में कंजूसी ना करें। उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल में कई थानों में मुकदमा दर्ज करने में देरी की शिकायतें मिली हैं जो उचित नहीं। इसके लिए उन्होंने सभी थाना प्रभारी और सीओ को चेतावनी दी है। उन्होंने थाना कंकरखेड़ा व थाना जानी में अपराध के बढ़ने और निरोधात्मक कार्यवाही कम होने पर सीओ के जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि एक महीने तक विवेचना लंबित रहने पर क्षेत्राधिकारी तथा दो माह लंबित रहने पर एएसपी व तीन माह पर एसएसपी स्वत: संज्ञान लें। डीआईजी नैथाने ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर दर्ज संगीन घटनाओं को ठंडेÞ बस्ते में ना डालें उनका भी त्वरित निस्तारण करें यदि फर्जी है तो खारिज करने में विलंब न करें। गंभीर अपराधों में संलिप्त सक्रिय/अभ्यस्त अपराधियों के विरूद्ध एचएस/गुण्डा/गैंगस्टर आदि की करें प्रभावी कार्यवाही की जाए। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा, पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री राकेश कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक यातायात राघवेंद्र मिश्रा, सहायक पुलिस अधीक्षक अंतरिक्ष जैन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। निरीक्षण व गोष्ठी के दौरान उपस्थित अधिकारी/ कर्मचारीगण को निम्नांकित निर्देश दिये गये।