विवेचना में अब देर मत करना वर्ना..

विवेचना में अब देर मत करना वर्ना..
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निपटनी है बगल में लेकर नहीं घूमना जांच
रेंज में मेरठ और मेरठ में ब्रह्मपुरी सर्किल से विवेचना लटकाने में आगे
मेरठ/थानों में विवेचनाओं को बगल में घूमने वाले दरोगाओं की खैर नहीं है। उन्हें बता दिया गया है कि विवेचना निपटानी है, उसको बगल में लेकर नहीं घूमना है। छह माह से ज्यादा का वक्त नहीं लगना चाहिए। पारी की शुरूआत के साथ ही डीआईजी फ्रंटफुट पर नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि पीड़ित को इंसाफ में देरी किसी नाइंसाफी से कम नहीं। इसके कारणों में एक कारण विवेचन में टाल मटोल और उसको लटकाए रखना भी है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। विवेचन को हर हाल में तय मियाद में जांच निपटानी होगी।
छह माह का डेटाबेस टेबल पर
जनपदों का बीते छह माह का डेटा बेस बुधवार को डीआईजी कलानिधि नैथानी की टेबल पर था। विवेचनाओं की प्रतिदिन समीक्षा प्रारम्भ की गयी यथाशीघ्र निस्तारण करने हेतु दिए कड़े निर्देश डीआईजी ने दिए हैं। उन्होंने सभी जनपदों के सीसीटीएनएस पोर्टल से प्राप्त छह माह से अधिक अवधि की लम्बित विवेचनाओं का डेटाबेस तैयार कर उसका परिशीलन किया गया है।
मेरठ और मेरठ में ब्रह्मपुरी व सिविल लाइन लचर
सीसीटीएनएस पोर्टल से प्राप्त विवरण के अनुसार जनपद मेरठ में 842, बुलन्दशहर में 330, बागपत में 185 एवं हापुड़ में 131 अर्थात परिक्षेत्र स्तर पर कुल 1488 विवेचनाएं 06 माह से अधिक अवधि से लंबित हैं। मेरठ में भी ब्रह्मपुरी सर्किल में सबसे ज्यादा विवेचनाएं लंबित हैं। मेरठ के सर्किल कोतवाली में-102, ब्रहमपुरी में-152, कैण्ट में-25, सिविल लाइन में-152, दौराला में-109, किठौर में-28, मवाना में-121, सरधना में-102, सदर देहात में-109, क्षेत्राधिकारी अपराध पर 42 यानि जनपद मेरठ में कुल 842 विवेचनाएं 06 माह से अधिक अवधि से लंबित हैं।
जाने बाकि जनपदों का हाल
इसी प्रकार जनपद बुलंदशहर के सर्किल नगर में-82, सिकंदराबाद में-71, स्याना में-20, खुर्जा में-72, शिकारपुर में-40, अनूपशहर में-28, डिबाई में-17 यानि जनपद बुलंदशहर में कुल 330 विवेचनाएं 06 माह से अधिक अवधि से लंबित हैं। इसके अतिरिक्त जनपद बागपत के सर्किल नगर में-67, बड़ौत में-68, खेकड़ा में-50 यानि जनपद बागपत में कुल 185 विवेचनाएं 06 माह से अधिक अवधि से लंबित हैं। साथ ही जनपद हापुड़ के सर्किल नगर में-65, गढ़मुक्तेश्वर में-33, पिलखुवा में-33 यानि जनपद हापुड़ में कुल 131 विवेचनाएं 06 माह से अधिक अवधि से लंबित हैं।
उल्लेखनीय है कि तहसील दिवस मवाना में यह बात सामने आयी थी कि छह माह से अधिक अवधि की अपेक्षाकृत अधिक विवेचनाएं लंबित हैं, जिससे यह प्रतीत हुआ कि जनपदों में विवेचनाओं का निस्तारण समय से करने की आवष्यकता है। रेंज के एसएसपी/एसपी को लंबित विवेचनाओं का स्वयं संज्ञान लेकर अधीनस्थों के सहयोग से इनका निस्तारण करने हेतु आदेशित किया गया।
डीआईजी कलानिधि नैथानी द्वारा मेरठ परिक्षेत्र के अन्य सभी क्षेत्राधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए सचेत किया गया कि वह भी अपने-अपने जनपद में लंबित विवेचनाओं का निस्तारण नियमानुसार कराना सुनिश्चित करें। भविष्य में भी डेटाबेस निरंतर बनता रहेगा तथा किसी जनपद में विवेचनाओं के अधिक अवधि तक लंबित रहने में लापरवाही संज्ञान में आने पर संबंधित के विरूद्ध प्रतिकूल दृष्टिकोण अपनाया जायेगा।
वर्जन
विवेचना तेजी से निपटायी जानी चाहिए। जब तक विवेचना लंबित रहेगी केस आगे नहीं बढेÞगा। यह उचित नहीं। तय मियाद में विवेचनाएं पूरी होंगी। कलनिधिधि नैथानी डीआईजी मेरठ

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