मेरठ/ हापुड के पिलखुवा की मोनाड यूनिवर्सिटी में लखनऊ एसटीएफ की टीम ने छापा मारा है। इस दौरान एसटीएफ की मेरठ यूनिट भी वहां मूव कर गई। छापे के दौरान किसी भी हालात से निपटने के लिए कई थानों की पुलिस फोर्स लगा दी गयी। वहीं दूसरी ओर छापे की कार्रवाई से तमाम प्राइवेट यूनिवर्सिटी संचालक अंडरग्राउंड हो गए हैं। उनके मोबाइल भी स्वीच आफ जा रहे हैं। कार्रवर्इा के दौरान मालिक समेत करीब दर्जन भर हिरासत में लिए गए हैं। ना किसी को भीतर जाने दिया गया और ना ही कार्रवाई के दौरान कोई बाहर आ सका। कार्रवाई कितने बड़े स्तर पर करायी गयी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकत है कि करीब एसटीएफ की लखनऊ व मेरठ यूनिट को मिलाकर लगभग सौ कर्मी हो सकते हैं।
मालिक समेत करीब दर्जन भर हिरासत में, प्राइवेट यूनिवर्सिटी संचालकों में मचा रहा हडकंप, फर्जी प्रमाण पत्र हो रहे थे जारी मोनाड यूनिवर्सिटी पर लखनऊ एसटीएफ का छापा
करीब चार घंटे की कार्रवाई के बाद टीम ने यूनिवर्सिटी के मालिक समेत जिन लोगों को हिरासत में लिया उन गंभीर आरोप हैं। सूत्रों की यदि मानें तो फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में यह बड़ी कार्रवाई की गयी है। इस बीच आशंक व्यक्त की जा रही है कि सीसीएसयू के कुछ लोगों से भी पूछताछ या छापा संभव है। एसटीएफ की टीम को मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जी शैक्षिक दस्तावेज जारी किए जाने की शिकायत मिली थी। इसके बाद मेरठ व लखनऊ एसटीएफ की 50 सदस्यीय टीम कई गाडियों में सवार होकर शनिवार शाम करीब साढ़े चार पर यूनिवर्सिटी पहुंची। टीम ने वहां पहुंचते ही यूनिवर्सिटी का आवागमन बंद कर दिया। यूनिवर्सिटी के कार्यालय के कर्मचारियों के फोन तक अपने पास जमा कर लिए। जिसके बाद टीम वहां दस्तावेज खंगालने में जुट गई। टीम से मिली जानकारी के बाद तीन थानों की पुलिस भी यूनिवर्सिटी पहुंच गई।
टीम ने यूनिवर्सिटी के कई अधिकारी व कर्मचारियों से काफी देर तक बातचीत की। इसी दौरान यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों में अफरा-तफरी मची रही। हालांकि अधिकारी लखनऊ से कार्रवाई संचालित किए जाने की बात कहकर जानकारी देने से बचते रहे।
DM SSP Meda VC को NGT का नोटिस
पारूल का टोक्याे का टिकट पक्का