पैदल मार्च फिर सीएम से मुलाकात,
मेरठ / गाजियाबाद के विभिन्न व्यापारिक संगठन के गणमान्य प्रतिनिधियों ने सोमवार को लोहा व्यापार मंडल गाजियाबाद के अध्यक्ष अतुल कुमार जैन के नेतृत्व में एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 दिनेश कुमार मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें 24 घंटे के अंदर अक्षय जैन अरिहंत के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापिस लेने और जीएसटी अधिकारी अंतरिक्ष श्रीवास्तव व दुर्गेश त्रिपाठी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की थी।
परंतु 24 घंटे बीत जाने के बाद भी मांग पूरी न होने पर मंगलवार शाम अक्षय जैन अरिहंत द्वारा अपने मिनाक्षीपुरम स्थित आवास पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वो उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ न्याय मांगने परिवार सहित मुख्यमंत्री के दर पर गुहार लगाने जायेंगें। अक्षय ने कहा कि बुधवार सुबह गंगा नगर जैन मन्दिर में श्रीजी का अभिषेक करने के उपरांत कमिश्नर आवास चौराहे तक अन्याय और भ्रष्टाचार के विरुद्ध परिवार व साथियों के साथ पैदल मार्च करेंगें और फिर लखनऊ के लिए रवाना होंगें। वह पूरे मामले को मुख्यमंत्री को बता कर न्याय की गुहार लगायेंगें और दोषी अधिकारी अंतरिक्ष श्रीवास्तव व दुर्गेश त्रिपाठी को बर्खाश्त कर सख्त कार्यवाही की मांग करेंगें ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी किसी व्यापारी का उत्पीड़न करने का विचार भी मन में न ला सके।
अक्षय ने कहा कि वो मुख्यमंत्री से गुहार लगायेंगें कि भविष्य में कोई भी विभाग उनके खिलाफ छोटी त्रुटियां निकालकर बदले की कार्यवाही न करे क्योंकि रस्सी का सांप बनाना अधिकारियों को भली भांति आता है। विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने बताया की उत्पीड़न के बाद पीड़ित व्यापारी पर ही मुकदमा दर्ज कराना फिरंगी मानसिकता को दर्शता है जो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में बिल्कुल स्वीकार्य नहीं होगा। पीड़ित अक्षय जैन अरिहंत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना मौलिक अधिकारों का हनन है जिसमें अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले को दमन कारी नीति से दबाया जा रहा है।