गरीब कर्मचारियों से पचास लाख की ठगी, नगर निगम मेरठ में सफाई कर्मी के तौर पर नौकरी लगवाने के नाम पर पचास लाख की ठगी का सनसनी खेज आरोप लगाते हुए सफाई कर्मचारियों ने आरोपी कथित नेता के खिलाफ नगरायुक्त से कार्रवाई की मांग की है। विगत 1 जून को पीड़ितों ने नगरायुक्त को इस संबंध में पत्र लिखकर गुहार लगायी है। इस पत्र पर सफाई कर्मचारी राहुल, सोनू, सुंदर, विकास, आकाश आदि कई के हस्ताक्षर हैं। पत्र में शिवकुमार नाज नामक व्यक्ति को बाहरी बताते हुए उस पर निगम कर्मचारियों पर रौब गालिब करने केे आरोप लगाए गए हैं। नगरायुक्त को यह भी बताया गया है कि वह साल 2021 में रेलवे से सेवानिवृत्त हुआ है। लेकिन उसका पूरे नगर निगम में नेटवर्क फैला हुआ है। आरोप है कि निगम में बतौर सफाई कर्मी नौकरी लगवाने के नाम पर नाज गरीब परिवारों से पचास लाख से ज्यादा की रकम उगाह या फिर ठग चुका है। उन्होंंने बताया कि इतनी बड़ी रकम एकत्र कर वह शहर से भाग गया था, लेकिन वह अब फिर से नगर निगम में सक्रिय हो गया है। पीड़ितों ने पत्र में आरोप लगाया है कि एक सतीश छजलाना नाम का एक सफाई कर्मचारी भी इसके साथ शामिल है। उन्होंने नगरायुक्त को पत्र में बताया कि उक्त सफाई कर्मचारी कभी भी डयूटी पर नहीं जाता। उनका कहना है कि इसकी पुष्टि उक्त के सफाई कार्य की जांच कर भी की जा सकती है। इस पत्र में नगरायुक्त से मृतक आश्रित कोटे के नाम पर की गयी नियुक्तियों में घपले घोटाले के आरोप लगाते हुए उनकी भी जांच कराए जाने की मांग की है ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके। उनका यह भी आरोप है कि खुद को सफाई कर्मियों का नेता बताने वाल शिव कुमार नाज सफाई विभाग के लिपिकों की शिकायत शासन तथा उच्चाधिकारियों से करने की धमकी भी देता है। पीड़ितों ने नगरायुक्त से उसके उत्पीड़न से निजात दिलाए जाने की भी मांग की है। इस संबंध में जिलाधिकारी को भी पत्र भेजा गया है।