गर्मी में बत्ती होगी गुल, मेरठ में इस साल गर्मी में आफत आनी तय है एक तो गर्मी ज्यादा पड़ेगी दूसरी बत्ती गुल होगी तो भी हालत खराब होगी। अभी तो मई का दूसरा हफ्ता है और अघोषित कटौती बता रही है कि बिजली सप्लाई बड़े स्तर पर लड़खाने वाली है, जब मई के पहले पखवाड में ऐसे आसार नजर आ रहे हैं तो जनाव अंदाजा लगाइएगा कि जून जब गर्मी पीक पर होगी और सूर्य देव सिर पर आकर आग बरसा रहे होंगे यानि 25 जून से पहले का मंजूर याद कर लीजिए और कुछ नहीं। साथ ही यह भी की जून माह में बिजली आपूर्ति की क्या स्थिति होगी। हालांकि शहर के लोग उलाहना दे रहे हैं कि जब तक पहले चरण का मतदान संपन्न नहीं हुआ तब तक को खूब बिजली मिल रही है, लेकिन तीसरे चरण का मतदान संपन्न होते-होते कटौती के नाम पर आंख मिचौनी शुरू हो गई। इसको बिजली अफसर कोई कटौती नहीं बल्कि ट्रिपिंग मानते हैं। शहर घंटाघर के एक्शियन महेश कुमार का कहना है कि ट्रिपिंग कटौती की श्रेणी में नहीं आता।
अभी गनीमत है मई है, तैयार रहे जून के लिए
अभी तो मई का पहला पखवाड़ा तब और ट्रिपिंग पूरे शबाव पर है, इसको देखते हुए जून के लिए फिजिकली यदि तैयार पहले से रहें तो कष्ट कम होगा। अफसरों की मानें तो मांग बढ़ गई है। माना जा रहा है कि जून महीने में गर्मी में बिजली की बढ़ती मांग के बीच शहरवासियों को अघोषित कटौती झेलनी पड़ सकती हैं। दरअसल अभी से कहीं फॉल्ट ठीक होने में देरी के चलते कटौती हो रही है तो कहीं सिस्टम को बचाने के लिए ऐहतियातन बिजली गुल की जा रही है। बिना बिजली के जहां लोगों का बुरा हाल है, वहीं पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा, जब ट्रांसफार्मर और वीसीबी दम न तोड़ रही हों और लाइनों में फॉल्ट न हो रहे हों। आंधी आने के बाद यह सब बढ़ गया है। शहर और देहात दोनों जगह बिजलीघरों से आपूर्ति का बुरा हाल रहा है।
मैनपावर की कमी से बढ़ रहा संकट
बिजली कर्मियों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मेंटीनेंस और फॉल्ट अटेंड करने का कार्य प्रभावित हो रहा है। मैनपावर की कमी के चलते न तो समय से फॉल्ट ढूंढे जा रहे हैं और न ही तेजी से ठीक हो पा रहे हैं। हालात ये हैं कि एक जगह लाइन स्टाफ फॉल्ट ढूंढ रहा होता है तो दूसरी जगह पर भी फॉल्ट होने की सूचना आ जाती है। सीमित स्टाफ पहला फॉल्ट ठीक करने के बाद ही दूसरे फॉल्ट को ठीक करने जा पाता है।
शेड्यूल से आपूर्ति की हिदायत
शेड्यूल के मुताबिक बिजली दी जाएगी। कटौती जैसी स्थिति नहीं है। कई फाल्ट आने के चलते शट डाउन लेना पड़ता है। ऐसा ना करें तो परेशानी बढ़ सकती है। धीरज सिन्हा चीफ